Vinit Abha Upadhyay

Ranchi : गर्मी में बढ़ते जल संकट के बीच रांची के एक पुराने तालाब को बेचने की तैयारी चल रही है. यह तालाब रांची के मेसरा पश्चिम पंचायत के विकास चौक के पास है. जिसका क्षेत्रफल एक एकड़ से ज्यादा है. कुछ दिनों पहले इस तालाब पर जेसीबी चलाकर उसे समतल कर दिया गया. फिर प्लॉट का नक्शा बनाकर प्लॉटिंग भी की गयी. हालांकि ग्रामीणों के विरोध के कारण फिलहाल तालाब की जमीन का काम रूका हुआ है. जानकारी के मुताबिक, इस जमीन को बेचने की तैयारी है. भूखंड पर काम करने के लिए रैयतों को आगे कर दिया गया है, ताकि किसी तरह का विवाद न हो. वहीं इस पूरे मामले की जानकारी ग्रामीणों ने कांके के अंचल अधिकारी को लिखित रूप से दी है. बता दें कि इस तालाब में मछली पकड़ने के लिए मतस्य विभाग टेंडर जारी करता था. इस तालाब से आस-पास के लोगों की आस्था भी जुड़ी है. इस तालाब पर ग्रामीण कई वर्षो से छठ पूजा करते आ रहे हैं.
It is crime to fill ponds and pollute water bodies. Water means God Varun. Pond water gives live to many. It maintains underground water level in a village, help in agriculture, fishery. It is also place of worship. Several rituals during marriage and sacred thread ceremony are performed here. Administration may fail to punish the culprit but nature will never spare them. This is what I have observed in my personal life. Save water be happy.