Bermo (Bokaro) : झारखंड आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले और सीपीआई के पूर्व नेता अजहर अंसारी का बुधवार को निधन हो गया. वे 80 वर्ष के थे. गोमिया प्रखंड के साड़म सौदागर मुहल्ला निवासी थे. वे जीवन पर्यंत मजदूरों के लिए संघर्ष करते रहे. सीपीआई से राजनीति शुरू की. बाद में झारखंड आंदोलन से जुड़ गए. राज्य बनने के बाद बेरमो में सीसीएल, डीवीसी, तेनुघाट बांध और टीटीपीएस ललपनिया से विस्थापित हुए लोगों के लिए संघर्ष शुरू किया.
कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे
वे बेरमो अनुमंडल विस्थापित प्रभावित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष बने और विस्थापन के सवाल पर आंदोलन करते रहे. स्वतंत्रता सेनानी आश्रित संघ के माध्यम से उनके परिजनों को हक दिलाने की लड़ाई भी शुरू की. गोमिया चौक पर स्वतंत्रता सेनानी रामदास चेला मोड़ का नाम भी दिया.
आंदोलनकारी अजहर अंसारी कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. स्थिति बिगड़ने पर उन्हें गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने बुधवार को अंतिम सांस ली. विस्थापितों के हक के लिए कई लड़ाइयां लड़ीं और इस लड़ाई में इन्हें 16 बार जेल भी जाना पड़ा. हमेशा गरीबों की आवाज बन कर समाज की कुरीतियों के खिलाफ इन्होंने लड़ाई लड़ी. 15 दिन पहले घर में फिसल कर गिर जाने के कारण गर्दन में चोट आ गई थी. इलाज के लिए उन्हें रांची ले जाया गया, वहां एमआरआई कराने पर पता चला कि उनकी गर्दन की हड्डी टूट चुकी है. वहां इलाज के बाद उन्हें घर लाया गया.
पुत्र ने कहा- पिता की लड़ाई को जारी रखेंगे
17 मार्च को देर रात उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और फिर गोमिया हॉस्पिटल लाया गया था, लेकिन इस बार उनका इंतकाल हो गया. पुत्र इरफान अंसारी ने कहा कि अपने पिता की लड़ाई को आगे जारी रखेंगे. अजहर अंसारी अपने जीवन काल में विस्थापन से संबंधित लड़ाइयां लड़ीं. उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि इस विषय पर विचार किया जाए. उनके निधन पर गोमिया के पूर्व विधायक माधव लाल सिंह, सीपीआई के इफ्तेखार महमूद, चन्द्रशेखर झा, सीपीएम के रामचंद्र ठाकुर, श्याम सुंदर महतो, मुखिया रामलखन प्रसाद, पूर्व मुखिया घनश्याम राम, अधिवक्ता बैजू राम, अनादि कुमार दे, समाजसेवी केदारनाथ पंडा सहित अन्य नेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है.
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