LagatarDesk : नीति आयोग द्वारा दूसरा भारत इनोवेशन इंडेक्स जारी किया गया. यह सूचकांक नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सीईओ अमिताभ कांत द्वारा जारी किया गया. इस इंडेक्स में कर्नाटक को पहला स्थान मिला. इसके बाद क्रमश: महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना और केरल का स्थान हैं. बता दें कि इनोवेशन इंडेक्स को ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स के जैसा बनाया गया है. इस सूचकांक में झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार का स्थान सबसे नीचे है.
भारत इनोवेशन सूचकांक इनोवेशन को बढ़ावा देने के प्रयासों के आधार पर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को रैंकिंग देता है. इस सूचकांक के जरिये इनोवेशन के क्षेत्र में राज्यों की ताकत और कमजोरियों का पता लगाया जाता है. साथ ही वे जिन आधार पर पिछड़ रहे हैं, उसमें मजबूती लाने के लिए प्रेरित करना है. इस सूचकांक में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तुलना के आधार पर 17 प्रमुख राज्यों, 10 पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों तथा नौ शहरी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया है.
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नीति आयोग द्वारा बनाया गया है भारत इनोवेशन सूचकांक
यह सूचकांक नीति आयोग ने प्रतियोगी क्षमता के लिए संस्थान के साथ मिलकर तैयार किया है. सूचकांक में राज्यों को तीन श्रेणियों- प्रमुख राज्य, उत्तर-पूर्व एवं पहाड़ी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश/शहर राज्य/छोटे राज्य में विभाजित किया गया है. यह सूचकांक भारत में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इनोवेशन के लिए लगातार मूल्यांकन के लिए एक व्यापक रूपरेखा तैयार करता है.
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इनोवेशन क्षमता और परिणामों के आधार पर दी जाती हैं रैंकिंग
ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स की शुरुआत वर्ष 2007 में ऐसे तरीकों को खोजने के उद्देश्य से हुई थी, जो समाज में इनोवेशन की समृद्धि को बेहतर ढंग से समझाने में समर्थ हों. ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स का प्रकाशन प्रत्येक वर्ष कॉर्नेल यूनिवर्सिटी, इन्सीड बिज़नेस स्कूल और संयुक्त राष्ट्र के विश्व बौद्धिक संपदा संगठन द्वारा किया जाता है. इस सूचकांक के अंतर्गत विश्व के तमाम देशों की अर्थव्यवस्थाओं को इनोवेशन क्षमता और परिणामों के आधार पर रैंकिंग दी जाती है.
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