Ranchi : झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन सदन की कारवाही सुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया. स्पीकर के कहने पर भी जब नहीं माने तो उन्होंने हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही 12.30 बजे तक स्थगित कर दी. इससे पहले विधानसभा में मंत्री हफिजुल हसन ने बाबूलाल मरांडी के बयान पर कहा कि राज्य में घुसपैठ का कोई मामला नहीं है. यह बीजेपी का सिर्फ चुनावी स्टंट है . हमें एक भी आदमी घुसपैठियों दिखा दें. कहा कि संथाल में भाजपा के जनधार चुक गया है. इसलिए बौखला कर भाजपा इस तरह का काम कर रही है. मंत्री दीपिका पांडेय ने कहा, राज्य में कहां घुसपैठिए हैं.. केंद्र सरकार की कोई एजेंसी इसकी जांच कर रिपोर्ट दें.
घुसपैठियों पर अमित शाह से करिए सावल, आखिर कैसे विदेशी देश में घुस रहे
कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि बीजेपी शुरू से ही डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी पर विश्वास करती है. झारखंड में भी वह डिवाइड रूल की पॉलिसी को लाना चाहती है. राजेश कच्छप ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की मानसिकता ही है, 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भी उनके पूर्वजों ने भी अंग्रेजों का साथ दिया था और गुलामी किया था. उस समय के भी स्वतंत्रता सेनानी को भी डिवाइड एंड रूल से बांटने की कोशिश की थी. सेम पॉलिसी बीजेपी देश और झारखंड में करना चाहती है.
विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि घुसपैठ वाला मुद्दा बीजेपी का इस बार प्रमुख मुद्दा है. कहा कि हमारा बस यही कहना है कि बीजेपी वाले अमित शाह को क्यों गाली दे रहे हैं. अमित शाह पर झारखंड के विधायक और सांसद को विश्वास नहीं है क्या. जब अमित शाह के जिम्मे बॉर्डर की सुरक्षा है, अमित शाह का पूरा फोर्स वहां लगा हुआ है. जिसके नाम पर वो राजनीत करते हैं, बांग्लादेश का नाम सामने आ रहा है और अगर आप बांग्लादेश घुसपैठियों की बात कर रहे हैं तो आप अमित शाह पर सवाल उठा रहे हैं. आखिर विदेशी बिना परमिशन कैसे आ रहे हैं. आप अमित शाह से सवाल कीजिए, आप झारखंड में हल्ला क्यों कर रहे हैं.
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