Ranchi : झारखंड पुलिस को नक्सलियों के मूवमेंट की जानकारी लगातार मिल रही है. पुलिस को जिन हिस्सों में नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना मिल रही है. वहां सर्च ऑपरेशन तेज किया जा रहा है. इसी क्रम में पिछले 22 दिनों के दौरान राज्य के अलग-अलग जिले में पुलिस और अलग-अलग नक्सली संगठनों के बीच छह मुठभेड़ की घटना की हुई है.
इन सभी मुठभेड़ की घटना में पुलिस नक्सलियों पर भारी पड़ी है. इस दौरान जिन जिले में मुठभेड़ की घटना हुई है इसमें लातेहार,पलामू, खूंटी, चाईबासा, गुमला जिले शामिल है. भाकपा माओवादी के साथ तीन, पीएलएफआई के साथ दो और टीपीसी के साथ एक मुठभेड़ हुई है.
इसे डाउनलॉड करें – https://play.google.com/store/apps/details?id=in.lagatar.com.news
इसे भी पढ़ें –केंद्र ने Twitter से 1178 पाकिस्तानी-खालिस्तानी अकाउंट्स हटाने को कहा- सूत्र
देश के 30 नक्सल प्रभावित जिलों में 13 जिले झारखंड के
झारखंड में भले नक्सली कमजोर पड़ गए हैं और झारखंड पुलिस लगातार नक्सलियों के खात्मे की अभियान चला रही है. इसके बावजूद भी देश के 30 नक्सल प्रभावित जिलों में 13 जिले झारखंड के हैं, जो सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों की सूची में हैं. सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिले के मामले में झारखंड पहले स्थान पर है, तो छत्तीसगढ़ के 8 जिले सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों के साथ दूसरे स्थान पर है. झारखंड के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों में खूंटी, गुमला, लातेहार, सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम, रांची, दुमका, पलामू, गढ़वा, चतरा, लोहरदगा, बोकारो और सरायकेला हैं.
इसे भी पढ़ें –NIA की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है सरेंडर करने वाले और मारे गये हार्डकोर उग्रवादियों के नाम
46 मोस्ट वांटेड नक्सली जो बने है चुनौती
एक करोड़ इनामी प्रशांत बोस, मिसिर बेसरा ,असीम मंडल और अनल दा उर्फ तूफान, 25 लाख ईनामी नक्सलियों में चमन उर्फ लंबू, लालचन्द्र हेंब्रम, रघुनाथ हेंब्रम, अजीत उरांव, संजीत यादव ,अजय महतो, दिनेश गोप, वहां 15 लाख इनामी नक्सलियों में मोछू उर्फ मेहनत, संजय महतो, बुद्धेश्वर उरांव, नवीन उर्फ सर्वजीत यादव, छोटू खेरवार, मार्टिन केरकेट्टा, रमेश गंझू आक्रमण गंझू , अविनाश मांझी, पिंटू राणा, मुराद जी उर्फ गुरुजी, रामप्रसाद मार्डी, नितेश यादव रविंद्र गंझू, अमित मुंडा और बेला सरकार. 10 लाख इनामी नक्सलियों में सुरेश सिंह मुंडा, तिलकेश्वर गोप, आरिफ उर्फ शशिकांत, रामदयाल महतो मृत्युंजय जी, बलराम उरांव, कंचन तुरी, दीपक यादव, मुनेश्वर गंझू, महाराजा प्रमाणिक, जीवन कंडूलना, अरविंद भुइयां, पप्पू लोहरा, मनोहर गंझू, नीरज सिंह खेरवार, भीखन गंझू , साहिबराम मांझी, विवेक यादव और सनीचर सुरीन शामिल है.
इसे भी पढ़ें –राज्य के HIV पीड़ितों को मिलेगा राशन,खाद्य आपूर्ति विभाग राशन कार्ड बनाने की कर रहा तैयारी
झारखंड के इन जिलों में है सक्रिय माओवादियों का दस्ता
गढ़वा, लातेहार व गुमला के सीमावर्ती क्षेत्र में विमल यादव और बुद्धेश्वर उरांव का दस्ता सक्रिय है. चाईबासा के सरायकेला, छोटानागपुर और गोयलकेरा में माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य व एक करोड़ के इनामी किशन दा उर्फ प्रशांत बोस, महाराजा प्रमाणिक, अनमोल उर्फ समर जी, मेहनत उर्फ मोछू, चमन उर्फ लंबू, सुरेश मुंडा व जीवन कंडुलना का दस्ता सक्रिय है.
गिरीडीह-जमुई और कोडरमा-नवादा बॉर्डर पर सैक सदस्य करुणा, पिंटू राणा का दस्ता सक्रिय है. हजारीबाग-चतरा-गया बॉर्डर पर माओवादी रिजनल कमेटी सदस्य इंदल गंझू दस्ता सक्रिय है. बोकारो जिला के बेरमो अनुमंडल के नक्सल प्रभावित चतरोचट्टी और जगेश्वर बिहार थाना के जंगली क्षेत्र में एक करोड़ का इनामी माओवादी नेता मिथिलेश सिंह दस्ता सक्रिय है.
इसे भी पढ़ें –हिल स्टेशन का लुत्फ उठाती नजर आयी Shehnaaz Gill, Bumbro Song पर किया डांस
पिछले 22 दिनों में छह मुठभेड़
16 जनवरी: लातेहार जिले के गारू थानाक्षेत्र के पंडरा घघरी जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई. इस दौरान दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग की गई. मुठभेड़ में पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सलियों ने सीरीज बम विस्फोट किया जिसके चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई.
27 जनवरी: पलामू के मनातू थाना क्षेत्र में पुलिस और टीएसपीसी के नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में पुलिस ने मौके से हथियार जब्त किया था.जबकि दो नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया गया था.
30 जनवरी: चाईबासा जिले के चक्रधरपुर थाना क्षेत्र के केरा के समीप धतकीडीह में शनिवार की शाम को पुलिस और पीएलएफआई नक्सलियों के बीच फायरिंग हुई है. इस दौरान तीन पीएलएफआई उग्रवादी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
4 फरवरी: खूंटी पुलिस और PLFI उग्रवादी के बीच मुठभेड़ हुई है. यह मुठभेड़ की घटना जिले के नक्सल प्रभावित अड़की थाना क्षेत्र के बिरसौर्रा गांव के पास जंगल में हुई है. पुलिस की मुठभेड़ पीएलएफआई के सब जोनल कमांडर लाका पाहन के दस्ते के साथ हुई.
7 फरवरी: चाईबासा पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ की घटना हुई. यह मुठभेड़ की घटना पश्चिम सिंहभूम और सरायकेला खरसांवा जिला के सीमावर्ती क्षेत्र के टोकलो थाना क्षेत्र के जंगल में हुई है. दोनों ओर से हुई गोलीबारी में कोबरा बटालियन के जवान के घायल हो गये थे.
7 फरवरी: गुमला जिला के चैनपुर प्रखंड के कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र के देवरागनी जंगल में पुलिस और भाकपा माओवादी के बीच रविवार की दोपहर में मुठभेड़ हुई. दोनों ओर से हुई गोलीबारी में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. वहीं पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे.
इसे भी पढ़ें –अगर FD पर चाहते हैं अच्छा ब्याज तो 5 बैंकों में मिलेगा तगड़ा मुनाफा