Dhanbad: झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन जिला इकाई धनबाद की आज एक बैठक हुई. ये बैठक आज गांधी सेवा सदन धनबाद में हुई. बैठक जिला सचिव इरफान खान की अध्यक्षता में हुई. जिसमें पिछले 11 महीने से ‘विद्यालय बंद और सरकार मौन’ विषय पर चर्चा की गई.
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‘विद्यालय बंद हैं और सरकार मौन है’
जिला सचिव इरफान खान ने कहा कि, सरकार ऑनलाइन पढ़ाने को कहती है. तो क्या गरीब के घर में बच्चे ऑनलाइन की सुविधा पा सकेंगे. झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन उपायुक्त महोदय के द्वारा सरकार से कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने हेतु विद्यालय खोलने पर समस्या समाधान एवं गृह कार्य के लिए आने की अनुमति हेतु ज्ञापन सौंपा. ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के पास ऑनलाइन शिक्षण के संसाधन की व्यवस्था नहीं है. और घर पर अभिभावक भी इतने पढ़े लिखे नहीं हैं. साथ ही कोरोना वायरस का प्रभाव झारखंड में भी कम है. इसलिए बड़े बच्चों के साथ छोटे बच्चों को भी आवश्यक मार्ग दर्शन दिया जाए. या किसी अन्य माध्यम से मार्गदर्शन भिजवा कर उन्हें भी कोविड-19 के नियम अनुसार अनुमति देने हेतु विशेष प्रावधान दिया जाए.
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अन्य राज्यों में खुल रहे ऑफलाइन स्कूल
बिहार सहित अन्य राज्यों मैं वहां की सरकारों ने 8 फरवरी 2021 से ऑफलाइन शिक्षण का सिलेबस तय किया है. और विद्यालय खोलने का आदेश दे दिया है. परीक्षा प्रणाली आदि सभी तय कर दिया है. जिसका बच्चों के अभिभावकों ने जोरदार स्वागत किया है. जो व्यवहारिक भी है. इसलिए झारखंड में भी ऑफलाइन शिक्षण व्यवस्था शुरू होनी चाहिए. बिहार प्रदेश सहित अन्य राज्यों की तर्ज पर कार्य आदेश निर्गत करने की मांग की जाए.
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प्रदेश महासचिव श्राम रंजन कुमार के विचार
झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव श्राम रंजन कुमार सिंह ने फोन पर कहा कि, अगर 18 फरवरी तक सरकार की बैठक में विद्यालय खुलने संबंधित आदेश नहीं दिया जाता है. तो झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन झारखंड के राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में एक दिवसीय प्रदर्शन करेगा.
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