राज्य की विकास दर भी मारेगी छलांग
कृषि में 4 से 5 फीसदी ग्रोथ की है संभावना
इंडस्ट्रीज में 8 फीसदी का हो सकता है ग्रोथ
कंस्ट्रक्शन और ट्रांसपोर्ट में भी है विकास दर बढ़ने की उम्मीद
Ravi Bharti
Ranchi: कोरोना की मार से उबरने के बाद झारखंड की अर्थव्यवस्था पटरी पर दौड़ने लगी है. फाइनांशियल मैनेजमेंट भी दुरुस्त हो रहा है. राज्य की वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रति व्यक्ति आय एक लाख रुपये तक होने का अनुमान लगाया गया है. मॉनसून की कम बारिश होने के बावजूद कृषि के क्षेत्र में चार से पांच फीसदी ग्रोथ रेट की संभावना जताई गई है. उद्योग के क्षेत्र में भी जबरदस्त उछाल आएगा. इसमें आठ फीसदी तक ग्रोथ की संभावना है. इसकी वजह एमएसएमएन की पॉलिसी को माना जा रहा है. वहीं सर्विस सेक्टर, ट्रांसपोर्ट और कंस्ट्रक्शन में भी ग्रोथ की संभावना जताई गई है.
कर्ज वापस कर सरकार कम कर रही ब्याज दर
सरकार महंगी ब्याज दर पर लिए गए कर्ज को वापस लौटा रही है. ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि सभी राज्यों को 50 साल के लिए बिना ब्याज के कर्ज दिए जाएंगे. इसके बाद झारखंड सरकार ने भी महंगी ब्याज दर वाले कर्ज को लौटाना शुरू कर दिया है. इस कड़ी में झारखंड सरकार ने रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, नेशनल कोऑपरेटिव डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को 136 करोड़ रुपए लौटा दिए गए हैं. वहीं हुडको को 200 करोड़ रुपए लौटाने की प्रक्रिया चल रही है. जो राशि लौटाई गई है, उसमें 13 फीसदी की दर से राज्य सरकार ब्याज दे रही थी.
राज्य सरकार पर 96406 करोड़ का कर्ज
वर्तमान में राज्य सरकार पर 96406 करोड़ रुपए का कर्ज है. फिलहाल राज्य सरकार इस कर्ज की एवज में सालाना 7400 करोड़ रुपए ब्याज दे रही है. ब्याज के भार को कम करने के लिए सरकार ने अधिक ब्याज दर वाले ऋणों को चुकता करती जा रही है. आने वाले समय में राज्य के पास सिर्फ वही कर्ज रह जाएगा, जिसकी ब्याज दर 6 से 7 फीसदी के बीच रहेगी. राज्य की कुल ब्याज अदायगी जो अभी राज्य के कुल राजस्व प्राप्ति का करीब 9 फीसदी है, वह आगे उससे भी कम हो जाएगी.
झारखंड की विकास दर भी मारेगी छलांग
वित्तीय वर्ष 2024-25 में विकास दर भी छलांग मारेगी. राज्य की विकास दर 7.5 फीसदी तक हो सकती है. फिलहाल राज्य की विकास दर 6.8 फीसदी है. इसकी वजह यह बताई जा रही है कि राज्य में कृषि, उद्योग, पर्यटन, कंस्ट्रक्शन, सर्विस सेक्टर और ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में काफी ग्रोथ की संभावनाएं हैं.
किस साल कितनी रही प्रति व्यक्ति आय
वर्ष राशि
2011-12 41254
2012-13 47360
2013-14 50006
2014-15 57301
2015-16 52754
2016-17 60018
2017-18 67484
2018-19 75421
2019-20 75016
2020-21 69963
2021-22 84059
2022-23 91874
2023-24 100000
अर्थशास्त्री हरिश्वर दयाल के अनुसार राज्य की विकास दर 7.5 फीसदी तक हो सकती है. वहीं इंडस्ट्रीज, एग्रीकल्चर, पर्यटन, ट्रांसपोर्ट, कंस्ट्रक्शन में बेहतर ग्रोथ की संभावनाएं हैं. वहीं प्रति व्यक्ति आय भी एक लाख रुपए तक हो सकती है. झारखंड की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत होती जा रही है.SubscribeLogin0 Comments