Akshay Kumar Jha
Ranchi: झारनेट 2.0 में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. कुछ दिनों पहले पूर्व मंत्री सरयू राय ने झारनेट 2.0 को लेकर विधानसभा में गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि जिस तरह के उपकरण झारनंट 2.0 में लगने चाहिए थे, नहीं लग रहे हैं. साथ ही उन्होंने लगातार से बात करते हुए सीएमओ के संयुक्त सचिव और जैप आईटी के ओएसडी रजाकुमार गुप्ता पर भी सीएम हेमंत सोरेन को गुमराह करने का आरोप लगाया. सरयू राय ने कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की गलती जबरन राजकुमार गुप्ता हेमंत सोरेन पर थोप रहे हैं. इधर झारनेट पर एक और आरोप लग रहा है.
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सिस्को नहीं जुनिपर के लग रहे राउटर
झारनेट 2.0 पर राज्य भर में स्थापित करने का काम एलएंडटी को मिला है. एलएंडटी स्टेट हेड क्वार्टर से लेकर जिला और प्रखंड स्तर तक झारनेट 2.0 को स्थापित करने का काम कर रही है. टेंडर के मुताबिक, झारनेट 2.0 में राउटर, स्विच से लेकर तमाम उपकरण सिस्को कंपनी के लगने हैं.
लेकिन हर जगह कंपनी की तरफ से जुनिपर के उपकरण लगाये जाने का काम हो रहा है. राज्य के कई जिले के डीसी कार्यालय और प्रखंड कार्यालय में ऐसा हो रहा है. आरोप लग रहा है कि कंपनी टेंडर के करार को दरकिनार कर मनमाने उपकरण लगा रही है.
कंपनी का जिससे करार, वही उपकरण लग रहेः सीईओ
इस मामले पर लगातार के संवाददाता ने जैप आईटी के सीईओ सर्वेश सिंघल से बात की. उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है कि कोई गड़बड़ी या अनियमितता बरती जा रही है. दरअसल जिस कंपनी का जिससे करार होता है. वहीं उपकरण वो लगा सकती है. इससे पहले यूटीएल कंपनी झारनेट 2.0 स्थापित करने का काम कर रही थी. उस कंपनी का सिस्को कंपनी के साथ करार था.
लेकिन अब एलएंडटी कंपनी का काम चल रहा है. एलएंडटी कंपनी का करार जुनिपर कंपनी के साथ करार है. इसलिए कंपनी जुनिपर कंपनी के उपकरण लगा रही है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सिस्को हो या जुनिपर सभी उपकरणों के स्पेसिफिकेशन एक जैसे हैं. सिर्फ कंपनी के नाम बदल जाने से गुणवत्ता नहीं बदलती. हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द झारनेट 2.0 स्थापित हो जाए.
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