Ranchi : झारखंड विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव सदन में बजट 2022-23 पेश करेंगे. इससे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के 5 विधायक अपने ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गये हैं. दरअसल जेएमएम और कांग्रेस के विधायक लोबिन हेंब्रम, निरल पूर्ति, सुखराम उरांव, दशरथ गगराई, दीपक बिरुवा, विकसल कोंगड़ी, मथुरा महतो ने हेमंत सरकार से अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में एसपीटी और सीएनटी एक्ट लागू करने की मांग की है.
विधायकों ने कहा है कि हमारी सरकार आये हुए 2 साल से ज्यादा हो गए हैं लेकिन अभी तक जनता से जो भी वादा हम लोगों ने किया था वह पूरा नहीं हुआ है. इस दौरान लोबिन हेंब्रम ने पिछले दिनों हेमंत सरकार के लाये नियोजन नीति को रद्द करते हुए नयी स्थानीय नीति लाने तक इसे लागू नहीं करने की मांग की है.
सत्तापक्ष के विधायक अपनी सरकार की कार्यशैली से नाराज- जयप्रकाश भाई पटेल
जेएमएम विधायकों ने मांग की है कि हेमंत सरकार तत्काल ही अंतिम सर्वे सेटेलमेंट के आधार पर स्थानीय नीति लागू करें. साथ ही अनुसूचित क्षेत्रों में SPT/CNT एक्ट को तत्काल लागू करें.
जेएमएम विधायक के धरने पर बैठने को लेकर भाजपा के मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने प्रहार किया है. उन्होंने कहा है कि आज सत्तापक्ष के विधायक अपनी सरकार की कार्यशैली से नाराज है. इसे साफ पता चलता है कि सरकार अल्पमत में आ गई है.राज्य में तत्कालीन राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए.
मथुरा महतो ने क्षेत्रीय विकास प्राधिकार को अनुसूचित क्षेत्रों में रद्द करने की मांग की है. तो वही कोंगड़ी ने अनुसूचित क्षेत्रों में स्थिति एसपीटी सीएनटी एक्ट लागू करने की मांग की.