Dehradun चमोली के जोशीमठ में आयी आपदा में अब तक 54 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. तपोवन में एनटीपीसी सुरंग से 8 और इसके बाहर से 2 शव बरामद किये जाने की खबर है. सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरफ की टीमें लगातार मलबा साफ करने में जुटी हैं. सुरंग के अंदर बचाव कार्य पिछले 9 दिनों से लगातार जारी है, लेकिन भारी तादाद में मलबा जमा होने के चलते रेस्क्यू की रफ्तार धीमी है.
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140 मीटर तक मलबा साफ किया जा चुका है
अभी तक 140 मीटर तक मलबा साफ किया जा चुका है. सुरंग के अंदर ड्रिल के करके भी फंसे हुए लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इसमें अभी तक कामयाबी नहीं मिली है. एनडीआरएफ के डेप्युटी कमांडेंट आदित्य प्रताप सिंह ने तपोवन सुरंग में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में मीडिया को बताया, तपोवन टनल से अब तक 8 शव बरामद किए जा चुके हैं. ऑपरेशन अभी जारी है.
हम चौबीसों घंटे काम में जुटे हुए हैं. रैणी गांव से 7 मृतकों के शव बरामद हुए हैं। जिन दो जगहों पर रेस्क्यू चल रहा है, वहां से 15 शव बरामद किए जा चुके हैं.
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लापता 204 लोगों में से 51 लोगों के शव अलग-अलग जगहों पर मिले
उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने रविवार को बताया कि आपदा में लापता कुल 204 लोगों में से 51 लोगों के शव अलग-अलग जगहों पर मिले हैं. भरणे के अनुसार 26 मृतकों की शिनाख्त अभी नहीं हो पायी है. लापता लोगों के संबंध में अब तक कोतवाली जोशीमठ में 32 एफआईआर रजिस्टर की जा चुकी हैं.
चमोली में कई जगहों से 23 मानव अंग भी बरामद किये गये हैं. बरामद शवों और मानव अंगों का डीएनए सैंपलिंग और संरक्षण सीएचसी जोशीमठ, जिला चिकित्सालय गोपेश्वर और सीएचसी कर्णप्रयाग में शिनाख्त के लिए रखा गया है.