Dhanbad : जज उत्तम आनंद मौत मामले की जांच सीबीआई कर रही है. सीबीआई की एक टीम धनबाद में है. जज मौत मामले का सच सामने लाने के लिए सीबीआई ने सोमवार को ऑटो चालक लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा की ब्रेन मैपिंग समेत तीन तरह के टेस्ट कराये. दोनों के सिंफर कैंपस में ही सभी तरह के टेस्ट हुए.
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सीबीआई ने कोर्ट से मांगी थी अनुमति
जानकारी के अनुसार सोमवार को लखन और राहुल को सीबीआई की विशेष दंडाधिकारी शिखा अग्रवाल के कोर्ट में पेश कर सीबीआई ने दोनों की ब्रेन मैपिंग, लाई डिटेक्टर, ब्रेन इलेक्ट्रिकल ऑक्सीलेशन और नार्को टेस्ट (पॉलीग्राफी) की अनुमति मांगी थी. कोर्ट ने टेस्ट संबंधी अर्जी पर दोनों गिरफ्तार आरोपियों का मंतव्य पूछा. दोनों ने टेस्ट की सहमति दे दी. दोनों की सहमति के आधार पर कोर्ट ने सीबीआई को टेस्ट की मंजूरी दे दी थी. रिपोर्ट आने के बाद सीबीआई दोनों का नार्को टेस्ट भी करा सकती है. बताया जा रहा है कि नार्को टेस्ट धनबाद में संभव नहीं है. इसलिए सीबीआई उन्हें कोलकाता, दिल्ली या गुजरात ले जा सकती है.
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एसआईटी ने भी ली थी टेस्ट की मंजूरी
इससे पहले राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने भी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत से आरोपियों की ब्रेन मैपिंग और अन्य टेस्ट की अनुमति ली थी. कोर्ट ने एसआईटी को गुजरात के लैब से समय का स्लॉट लेकर अदालत को सूचित करने का निर्देश दिया था. एसआईटी की टीम गुजरात स्थित लैब से समय का स्लॉट लेने का प्रयास कर ही रही थी. इसी बीच राज्य सरकार और झारखंड हाईकोर्ट ने मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया.
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