Jamshedpur : घाघीडीह जेल में पोस्को एक्ट के विचाराधीन कैदी हरपाल सिंह थापर की मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है. पत्नी द्वारा सीबीआई जांच की मांग करने और सिख समाज के आक्रोश के बीच रविवार देर शाम घाघीडीह मंडल कारा के जेलर नागेंद्र प्रसाद सिंह ने मामले में न्यायिक जांच की अनुशंसा जिला न्यायाधीश से की है. अपनी अनुशंसा उन्होंने मेल के माध्यम से भेजी है. सम्भवतः सोमवार को कोर्ट खुलने पर जिला न्यायाधीश इस पर कोई निर्णय ले सकते हैं. जेलर एनपी सिंह ने बताया कि सीआरपीसी 176 (1 ए) के तहत प्रावधान है कि अगर जेल में किसी की संदिग्ध मौत होती है, या परिजन मौत पर संदेह व्यक्त करते हैं तो न्यायिक जांच की जा सकती है.
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जेल में नहीं मिल रहा पुष्पा तिर्की को समुचित इलाज
झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिहं हरपाल सिंह थापर के अंतिम संस्कार में स्वर्णरेखा घाट पहुंचे. उन्होंने कहा कि हरपाल सिंह थापर पर लगे आरोप दुर्भाग्यपूर्ण हैं और इससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है जेल में उनकी मौत हो जाना. सरदार शैलेंद्र सिंह ने कहा कि थापर प्रकरण के जेल जाने से लेकर मृत्यु होने तक की पूरी जांच ही सीबीआई से कराने की जरूरत है.
शैलेंद्र सिंह ने कहा कि हरपाल सिंह की पत्नी पुष्पा तिर्की भी बीमार चल रही हैं जेल में उनका बेहतर इलाज नहीं हो पा रहा है. जेल के अंदर पुष्पा तिर्की, आदित्य सिंह और गीता कौर की सुरक्षा अब पूरी तरह से जेल एंव जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होनी चाहिए. इस मामले को लेकर जल्द ही एक बैठक सिख समाज के लोगों के द्वारा की जाएगी जिसमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी.