Jamshedpur : रविवार को घाघीडीह सेंट्रल जेल से आतंकी संगठन अलकायदा का संदिग्ध सदस्य कलीमुद्दीन रिहा हुआ है. जमशेदपुर के मानगो आजादनगर निवासी और आतंकी संगठन अलकायदा का संदिग्ध सदस्य मौलाना कलीमुद्दीन मुजाहिरी को झारखंड हाइकोर्ट से 3 नवंबर को जमानत मिली थी. जिसके बाद रविवार को उसे रिहा किया गया.
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झारखंड एटीएस ने किया था गिरफ्तार
आतंकी संगठन अलकायदा के संदिग्ध सदस्य कलीमुद्दीन को झारखंड की एटीएस की टीम ने 22 सितंबर 2019 को गिरफ्तार किया था. इसकी गिरफ्तारी जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन के पास से हुई थी.
कलीमुद्दीन पर दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद अलकायदा के जुड़े बिष्टुपुर के धातकीडीह निवासी अब्दुल शामी, मानगो के जीशान अली और ओड़िशा के अब्दुल रहमान कटकी का सहयोगी होने का आरोप था.
कोर्ट में कोई ठोस साक्ष्य नहीं दे पायी एटीएस
एटीएस अलकायदा के संदिग्ध सदस्य कलीमुद्दीन के खिलाफ कोर्ट में कोई ठोस साक्ष्य नहीं दे पायी. जिससे उसे जमानत मिल गयी. अलकायदा से जुड़े होने के आरोप में बिष्टुपुर धतकीडीह निवासी अहमद मसूद अकरम और मानगो निवासी राजू उर्फ नसीम घाघीडीह सेंट्रल जेल में 2016 से बंद है. बिष्टुपुर थाना में 25 जनवरी 2016 को कलीमुद्दीन समेत अन्य के खिलाफ संगीन मामला दर्ज किया गया था.
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2001 में अलकायदा से जुड़ा था कलीमुद्दीन
पिछले साल जब कलीमुद्दीन की गिरफ्तारी हुई थी, तो बताया गया था कि वर्ष 2001 में अलकायदा से जुड़ा था. कलीमुद्दीन को अलकायदा के ईस्टर्न इंडिया जोन का प्रभारी बनाया गया था. जिहाद की मानसिकता रखने वाले लोगों को चिह्नित कर अपने पास बुलवाकर अलकायदा आतंकी संगठन से जोड़ना इसका मुख्य काम था.
इसके खिलाफ जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना में 25 जनवरी 2016 को कांड संख्याम 21/16 में संगीन मामला दर्ज किया गया था. ये सऊदी अरब, बांग्लादेश और अफ्रीका समेत कई देशों का भ्रमण कर चुका है.
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