Kiriburu : आजीविका महिला ग्राम संगठन किरीबुरु ने समाज में व्याप्त डायन कुप्रथा के खिलाफ प्रोस्पेक्टिंग मंडप प्रांगण में बैठक की और जागरूकता रैली निकाली. रैली में समाज में फैली डायन प्रथा की जड़ को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया. महिलाओं को डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम 2001 की जानकारी दी गई. उन्हें बताया गया कि किसी को डायन कहना, प्रताड़ित करना कानूनन बड़ा अपराध है, जिसमें सजा व जुर्माना हो सकती है.
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डायन अंधविश्वास है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं होती. ऐसे अंधविश्वासों ने कई की जानें ले ली हैं और कई परिवार बर्बाद हो गए हैं. इस कुप्रथा को समाज से पूरी तरह से मिटाना है. सभी लोगों को यह प्रण लेना होगा की वह किसी को डायन नहीं कहेंगे. ऐसी कुप्रथा पर विश्वास नहीं करें. बैठक व रैली में मुखिया पार्वती किडो, सामुदायिक समन्वयक बद्रीनाथ नायक, रीना दास (बीआरपीएसडी), सीता बानरा (सीएलएफ), कनक मिश्रा (जेआरपी), विभा मिश्रा, सीमा देवी, सुनीता तिर्की, अनीता देवी, कुनी जेराई आदि दर्जनों महिलाएं शामिल थीं.