Ranchi : एमवी राव ने बीते 16 मार्च 2020 को झारखंड डीजीपी का पद ग्रहण किया है. इस दौरान डीजीपी एमवी राव के नेतृत्व में झारखंड पुलिस में कई बदलाव आया है. एमवी राव के निर्देश पर सबसे पहले निजी लोगों के सुरक्षा में लगे बॉडीगार्ड को वापस लिया गया.
इसके अलावा अभियान सम्मान, लॉकडाउन में लोगों को भोजन कराना, थाना में पदस्थापित पुलिसकर्मियों को वीक ऑफ समेत कई बड़े फैसले लिए गए है. इसके अलावा राज्य में सक्रिय अपराधी और उग्रवादी संगठन पर भी नकेल कसने की कवायद जारी है.
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जानिए एमवी राव के नेतृत्व में झारखंड पुलिस में आया कितना बदलाव
झारखंड पुलिस ने 40 लाख लोगों को भोजन कराया
डीजीपी एमवी राव के निर्देश पर कोरोना महामारी के दौरान झारखंड पुलिस ने कोरोना वॉरियर की तरह काम किया. 40 लाख से अधिक लोगों को भोजन कराया गया. लॉकडाउन के दौरान अकेले रहने वाले बुजुर्गों तक पुलिस ने दवा पहुंचायी. लॉकडाउन में आने वाली परेशानियों का झारखंड पुलिस ने डट कर मुकाबला किया.
निजी लोगों की सुरक्षा में तैनात बॉडीगार्ड हटे
लॉकडाउन में पुलिसकर्मियों की जरूरत को देखते हुए डीजीपी एमवी राव ने निजी लोगों की सुरक्षा में तैनात बॉडीगार्ड को हटाने का निर्णय लिया था. इससे संबंधित आदेश डीजीपी एमवी राव ने एक अप्रैल 2020 को जिलों के एसएसपी, एसपी, जैप, आइआरबी और एसआइएसएफ के सभी कमांडेंट को दिया था कि राज्य के सभी जिलों में जितने भी निजी व्यक्तियों के पास बॉडीगार्ड हैं उनको वापस लिया जाए.
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पुलिसकर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए चला था अभियान सम्मान
झारखंड पुलिस में 60 दिनों तक अभियान सम्मान शुरू किया था. डीजीपी एमवी राव के आदेश पर राज्यभर के सिपाही, हवलदार व चतुर्थवर्गीय पुलिसकर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए 23 जून 2020 से लेकर 20 अगस्त 2020 अभियान सम्मान चला था. डीजीपी ने आदेश के मुताबिक, कोविड 19 ड्यूटी में झारखंड पुलिस का काम काफी सराहनीय रहा. ऐसे में पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए उनके समस्याओं के प्रति संवेदनशील होकर उसे सुलझाने की जरूरत है. अभियान छह अलग अलग चरणों में 20 अगस्त तक चला था.
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300 थानों में महिला सहायता डेस्क खोला जाएगा
डीजीपी एमवी राव के निर्देश पर झारखंड के 300 थानों में महिला सहायता डेस्क खोला जाएगा. महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न और अत्याचार के मामलों को सही तरीके सुना जाए, इसके लिए महिला सहायता डेस्क खोला जा रहा है. निर्भया फंड की मदद से इस हेल्प डेस्क के लिए आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराने का काम शुरू हो चुका है.
पुलिस और पब्लिक के बीच दूरी होगी कम, झारखंड पुलिस करेगी जनसंवाद
पुलिस और पब्लिक के बीच लगातार बढ़ रही दूरी को प्रदेश के पुलिस मुखिया एमवी राव ने गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है. प्रदेशभर में पुलिस और पब्लिक के रिश्तों में मधुरता लाने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. उसी कड़ी में डीजीपी एमवी राव के निर्देश पर झारखंड पुलिस पूरे राज्य में आम लोगों से जन संवाद करेगी. यह अभियान फरवरी महीने से शुरू हो जाएगी.
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थानों में पदस्थापित पुलिसकर्मियों को सप्ताह में एक दिन की छुट्टी
30 दिसंबर को पुलिसकर्मियों को डीजीपी ने नये साल का तोहफा दिया था. नये वर्ष में एक जनवरी से झारखंड के सभी थानों में पदस्थापित पुलिसकर्मियों को सप्ताह में एक दिन की छुट्टी देने की घोषणा की गयी थी. डीजीपी एमवी राव ने इसकी स्वीकृति दे दी थी.
जिसके बाद से एक जनवरी से थाना में पदस्थापित पुलिसकर्मियों को सप्ताह में एक दिन की छुट्टी मिलनी शुरू हो गयी है. पूरे जनवरी महीने इसका ट्रायल चलेगा, इस दौरान देखा जा रहा है कि क्या-क्या परेशानी आ रही है. इसके बाद इसको दूर किया जाएगा. पुलिस मुख्यालय सरकार से इसको नियमित करने का अनुरोध करेगी.
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