Koderma : निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन कोडरमा के सचिव सह वरीय पत्रकार संदीप मुखर्जी ने कहा कि निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन विश्व की सबसे बड़ी साहित्यिक संगठन है. पूरे भारत में 100 से अधिक शाखाएं हैं. संगठन की शुरुआत 1922 में हुई थी और पहला सम्मेलन कवि गुरु रविंद्रनाथ टैगोर की अध्यक्षता में 1923 को वाराणसी में आयोजित की गई थी. 100 साल की एक लंबी यात्रा में संगठन को कई प्रख्यात साहित्यकार, कवि, लेखक, वैज्ञानिक, इतिहासकार, राजनेता और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तित्व का आशीर्वाद और भागीदारी मिली है.
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15 अक्टूबर को सम्मेलन
वहीं मुखर्जी ने बताया की यह साहित्यिक संगठन समृद्ध बांग्ला भाषा और साहित्य की जानकारी क्षेत्रीय भाषा साहित्य को प्रदान करती है और साथ ही अन्य क्षेत्रीय भाषा व साहित्य को समझने के साथ-साथ समन्वय और अनुवाद के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देता है एवं समाज में एक सशक्त साहित्यिक व सांस्कृतिक मानसिकता को जन्म देता है. बैठक की अध्यक्षता कर रहे आयोजक समिति के अध्यक्ष सनत कुमार दा एवं संयोजक डॉक्टर अभिजीत राय ने कहा की 15 अक्टूबर को सम्मेलन के प्रथम अधिवेशन की शुरुआत होगी, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री व कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी होंगी, विशिष्ट अतिथि डॉ. महुआ माझी, सांसद राज्यसभा, डॉ नीरा यादव, विधायक कोडरमा एवं पूर्व जिला परिषद के अध्यक्ष शालिनी गुप्ता मौजूद रहेंगी. साथ ही केंद्रीय व आंचलिक समिति के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे. बंगाल के प्रसिद्ध उपन्यासकार एवं साप्ताहिक वर्तमान पत्रिका के संपादक डॉ जयंत डे मूल सभापति के रूप में उपस्थित होंगे. बैठक में आंचलिक समिति के सचिव विपुल गुप्ता, स्वागत समिति के उपाध्यक्ष प्रदीप साहा, परामर्शदाता अनूप सरकार, सहसंयोजक उदय कुमार बनर्जी, मनीष सूद, तपन मंडल शाखा अध्यक्ष, रविंद्र चंद्र दास, कल्याण मजूमदार, सुनील देबनाथ, आलोक सरकार, शंकर प्रसाद सिन्हा, असीम सरकार, सुमिता घोष, काकुली सरकार, मीरा राय, जूही दासगुप्ता उपस्थित थे.
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