Koderma: कृषि संकट पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इसमें व्याप्त कृषि संकट और किसान संगठनों के सामने चुनौतियां पर चर्चा हुई. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता झारखंड राज्य किसान सभा के राज्य महासचिव सुरजीत सिन्हा ने समस्याओं पर प्रकाश डाला.
महासचिव ने कहा कि एक तरफ इनपुट्स के दामों में वृद्धि, सिंचाई के उचित प्रबंध का अभाव, कृषि उत्पादनों का दाम नहीं मिलना, जंगली जानवरों की समस्या, जलवायु परिवर्तन का व्यापक असर के साथ आज जमीन बचाना किसानों के सामने बडी समस्या है.
महासचिव ने कॉरपोरेट जगत को निशाने पर लिया. कहा कि कृषि जैसे व्यापक बाजार पर कॉरपोरेट की नजर है. खाद, बीज व कीटनाशक दवाओं पर एकाधिकार इन कॉरपोरेट का है. वे पूरे कृषि को अपना कब्जे में लेकर मनमानी मुनाफे के लिए प्रयासरत हैं.
कहा कि बिना ग्राम सभा के अनुमोदन के उपजाऊ जमीन कॉरपोरेट को दी जा रही है. विस्थापन, जल, जंगल, जमीन बचाने की लड़ाई किसानों को लड़ना पड़ रहा है. इस लड़ाई का नेतृत्व पूरे देश में अखिल भारतीय किसान सभा कर रही है.
कार्यक्रम में राज्य संयुक्त सचिव असीम सरकार ने पूरे अप्रैल माह में व्यापक योजना को सामने रखा, जिसे सभी ने समर्थन किया. संवाद और काउंसिल की बैठक का अध्यक्षता फेकुलाल विद्यार्थी ने की. बैठक में कृष्णा बर्णवाल, महेश कुमार, अजय दास, भुना भुईयां, बासुदेव साव मौजूद थे.
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