गोलगो के बच्चों को आंगनबाड़ी सुविधा का नहीं मिलता कोई लाभ
Yogendra pandit
Koderma: डोमचांच प्रखंड के सवा सौ आबादी वाला मधुवन पंचायत में सड़क न होने से बेटियां बीच में ही पढ़ाई छोड़ रही हैं. आपको बता दें कि सुदूरवर्ती ग्राम गोलगो आज तक डोमचांच मुख्य पथ से जुड़ नहीं पाया है. सड़क नहीं होने के कारण बरसात के दिनों यह गांव टापू बन जाता है. वहीं नदी पर पुल नहीं होने से कई दिन तक बच्चों का मध्य विद्यालय आना-जाना भी बंद हो जाता है. इस बाबत गांव के ललन सिंह ने बताया कि कुछ दिनों पहले ऐसी सूचना प्राप्त हुई थी कि ग्रामीणों और मुखिया के प्रयास से नदी पर पुल बनाने की मंजूरी मिल चुकी है. लेकिन अब तक काम शुरू नहीं होने से यहां के लोग हताश एवं निराश हैं. वहीं गांव की देवंती देवी ने बताया कि गोलगो गांव की गर्भवती, धात्री माताओं और नौनिहालों को बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित आंगनबाड़ी का लाभ नहीं मिलता है.
इसे भी पढ़ें-टाटानगर स्टेशन से बच्ची अपहरण मामले में पांच महिला समेत छह गिरफ्तार, गए जेल
सड़क नहीं रहने से अस्पताल जाने में भी होती है परेशानी
उन्होंने कहा कि ग्रामीण कई वर्षों से गांव में आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित करने की मांग कर रहे हैं लेकिन अभी तक सकारात्मक उत्तर नहीं मिला है. वहीं सड़क नहीं होने के कारण बरसात के दिनों में प्रसव के लिये महिलाओ को बहुत मुश्किल से अस्पताल पहुंचाया जाता है. ग्रामीण रूबी देवी बताती हैं कि इस गांव में सिर्फ पांचवी तक पढ़ाई होती है. आगे की पढ़ाई के लिये पांच किलोमीटर दूर बच्चों को जंगल के रास्ते नदी पार कर जाना पड़ता है. वहीं कीचड़युक्त मिट्टी की सड़क और नदी पर पुल नहीं होने से बरसात में बच्चे विद्यालय ही नहीं जा पाते. आपको बता दें कि बुनियादी सुविधा के अभाव में इस साल सरस्वती कुमारी, रेनू कुमारी और सुविस्ता कुमारी की पांचवीं क्लास के बाद आगे की पढ़ाई छूट गई. मिली जानकारी के अनुसार इन बच्चियों का कस्तूरबा विद्यालय में नामांकन हेतु आवेदन भी जमा किया गया था लेकिन किसी कारणवश इन बच्चियों का दाखिला नहीं हो पाया.
इसे भी पढ़ें-साहिबगंज : टेंट कारोबारी के पुत्र की हत्या कर शव रेलवे लाइन के पास फेंका
मंत्री अन्नपूर्णा देवी और उपायुक्त से लगाएंगे गुहार
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क एवं आंगनबाड़ी केंद्र की मांग को लेकर ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल आदर्श फाउंडेशन एवं मुखिया की मौजूदगी में उपायुक्त, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सह स्थानीय सांसद अन्नपूर्णा देवी, और जिला परिषद के अध्यक्ष से मुलाक़ात कर उपरोक्त समस्या के समाधान हेतु विशेष पहल करने का आग्रह करेगा. इसे लेकर ग्राम स्तरीय बैठक हुई, जिसमें देवंती देवी, नन्हकी देवी, रूबी देवी, बिंडली देवी, नीरिया देवी, रवि सिंह, दिलीप यादव, ललन सिंह, शंकर सिंह, अरुण सिंह, आदर्श फाउंडेशन के सचिव सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी, वरिष्ठ कार्यकर्ता राहुल कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.