मुखिया ने किया पटाखों के बहिष्कार करने की अपील
Koderma: कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा संचालित बाल मित्र ग्रामों में बाल पंचायत के बच्चों ने इस बार अनोखे तरीके से दिवाली का त्योहार मनाया गया. इस अवसर पर उन्होंने बाल विवाह से आज़ादी और महिलाओं बच्चों की सुरक्षा व सुरक्षित पर्यावरण के लिए सन्देश को लेकर जागरूकता कार्यक्रम किया. “आओ एक दिया जलाएं, बाल विवाह से आज़ादी एवं बच्चों-महिलाओं की सुरक्षा के नाम”, “सुरक्षित बचपन सुरक्षित पर्यावरण”, “दीप जलाकर दिवाली मनाएं, पटाखे जला कर नहीं” आदि स्लोगन्स बैनर्स और चार्ट पेपर पर लिख कर बच्चों ने ग्रामीणों को जागरूक किया. इस दौरान बाल मित्र ग्राम बिशनपुर के बाल पंचायत के मुखिया कुमकुम कुमारी ने अपील करते हुए कहा कि हम सभी को पटाखों का बहिष्कार करना चाहिए क्योंकि पटाखे बनाने में अवैध रूप से बच्चों से बाल श्रम कराया जाता है. जिससे उनके स्वास्थ्य एवं जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
इसे भी पढ़ें-गिरिडीह : कुएं में मिली मां और एक माह की बच्ची की लाश
बाल विवाह से आजादी के नाम बच्चों ने जलाया दीया
वहीं बाल मित्र ग्राम बेंदी के समाजसेवी राजेश सिंह ने कहा कि “इस अवसर पर हम सभी को मिलकर बच्चों के जीवन को अंधकारमय करने वाले बाल विवाह, बाल मजदूरी एवं बाल व्यापार जैसे अपराधों को समाप्त करने का संकल्प लेना होगा. दीपावली के दिन भी लक्ष्मी माता की हर घर में पूजा होती है. लेकिन आश्चर्य की बात है कि घर कि लक्ष्मियों लड़कियों और महिलाओं के साथ बाल विवाह एवं महिला हिंसा जैसी घटनाएं समाज में बढ़ रही है. कार्यक्रम में बच्चों ने दिवाली के अवसर रंगोली बना कर एवं एक दूसरे को मिठाई खिलाकर शुभकामनाएं दी. सत्यार्थी फॉउंडेशन के जिला संयोजक मनोज कुमार ने बाल पंचायत के बच्चों की इस रचनात्मक सोच की प्रसंसा की और बताया कि इस तरह के कार्यक्रम जिले के सौ से अधिक गांवों में बच्चों ने किया जिसमें ग्रामीण भी बढ़चढ़ कर शामिल हुए.
इसे भी पढ़ें-कोडरमा : रंगदारी मांगने के आरोप में एक को जेल समेत 2 खबरें