Jamshedpur (Anand Mishra) : कोल्हन विश्वविद्यालय में आवश्यकता आधारित सहायक शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में राज भवन ने जांच का आदेश दिया है. इसके बाद विश्वविद्यालय के कई मौजूदा एवं पूर्व अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप है. मामले की समुचित एवं निष्पक्ष जांच हुई तो विश्वविद्यालय के कई अधिकारी एवं कर्मचारी फंस सकते हैं. शुक्रवार की देर शाम विश्वविद्यालय को राजभवन का पत्र प्राप्त हुआ, जिसमें शिक्षकों की नियुक्ति मैं गड़बड़ी की समुचित जांच करने का आदेश दिया गया है.
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विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अब इस मामले में पिछले करीब 8-9 साल के दौरान नीड बेस्ड शिक्षकों की नियुक्ति की जांच होगी. जांच के क्रम में इस बिंदु पर गौर किया जाएगा कि 37 आवश्यकता आधारित सहायक शिक्षकों की नियुक्ति में गड़बड़ी के लिए विश्वविद्यालय के कौन-कौन से अधिकारी एवं कर्मचारी जिम्मेवार हैं. बताया जाता है कि राजभवन के पत्र के अनुसार नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी.
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दूसरी ओर राजभवन ने संबंधित शिक्षकों ने जब तक सेवा दी है उन्हें तबतक का वेतन भुगतान करने का निर्देश दिया है. साथ ही जांच पूरी होने तक, उन्हें कार्य से वंचित रखने का भी आदेश जारी किया है. इसके अलावा विश्वविद्यालय की ओर से देवघर विद्यापीठ की डिग्री पर सवाल उठाए जाने को लेकर कुछ शिक्षकों ने उच्च न्यायालय की शरण ली है.
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