Kharsawan : कुचाई प्रखंड के मरांगहातु में वार्षिक ग्राम पूजा का आयोजन किया गया. गांव के आठ स्थानों में पूरे विधि-विधान के साथ दिउरी द्वारा पूजा-अर्चना कर गांव के सुख-शांति के साथ मानव कल्याण की कामना की गई. इस दौरान सभी परंपराओं का निर्वाचन किया गया. ग्राम सभा मरांगहातु सचिव सत्येन्द्र कुम्हार ने बताया कि गांव के प्रमुख देवता स्थल ‘देशाउली’ में गांव को सुरक्षित रखने के लिये पुजारी भरत सोय व सोंगा सोय ने पूजा की. दूसरे देवी स्थल ‘बाजायर’ में ग्राम दिउरी अर्जुन सोय और प्रधान सोय ने पूजा की. ‘बाजायर’ को ग्राम देवता ‘देशाउली’ की अर्धांगिनी माना जाता है.
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बाहरी नकारात्मक शक्तियों को रोकने के लिए की गई पूजा
बाहरी नकारात्मक शक्तियों को गांव में प्रवेश से रोकने के लिए ‘हातु डाईन’ में पुजारी बेरगा सोय और करम सिंह गागराई ने पूजा-अर्चना की. नकारात्मक शक्तियों के संहारक युद्वदेव के रुप में पूजे जाने वाले ‘जिलुदिरी’ की पूजा पुजारी चन्द्रमोहन गागराई और रूईदास सोय ने की. गांव को रोग-व्याधियों से बचाने में सुरक्षा कवच के रुप में ‘हातु उतुर’ की पूजा पुजारी लक्ष्मण सोय और तुराम सोय ने पूरे परंपरा के साथ पूजा की. गांव में अच्छी खेती के लिए पुजारी लाण्डु सोय और तुराम सोय जादुर ‘पड़िया’ की आराधना की. मिट्टी की उर्वरा के लिए पुजारी कोलाय सोय और सोंग सोय ने भूदेवी ‘रूगुड’ की पूजा की. अच्छी बारिश के लिए पुजारी सुलोचंद सोय और लाण्डु सोय ने ‘बंदा’ पूजा की. इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
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