Bokaro: वेज रिवीजन सहित अन्य मांगों को लेकर किये गये हड़ताल का असर बोकारो स्टील प्लांट में बुधवार को दिखने लगा. सुबह से ही प्लांट गेट के बाहर और अंदर मजदूर यूनियन के नेता और सेलकर्मी प्लांट प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी पर उतर गये. बता दें कि मजदूर यूनियन ने 5 वर्षों से लंबित वेज रिवीजन सहित अन्य मांगों को लेकर हड़ताल की घोषणा पहले ही कर दी थी. इस मामले को लेकर सेल प्रबंधन और NJCS के नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई, लेकिन नाकाम रही. आखिरकार आज मजदूरों को हड़ताल पर जाना पड़ा.
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प्लांट का कार्य ठप
बताया जाता है कि हड़ताल में प्लांट में काम करने वाले स्थाई और अस्थाई ठेकाकर्मियों ने प्लांट के कार्य को ठप कर दिया है. इससे बोकारो स्टील प्लांट को करोड़ों रुपए के नुकसान होने की संभावना जतायी जा रही है. यूनियन ने इस हड़ताल के लिए सेल प्रबंधन की हठधर्मिता को जिम्मेदार ठहराया है. यूनियन ने कहा कि यह हड़ताल सेल अधिकारियों के मजदूरों के प्रति गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण करना पड़ा है.
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मजदूरों काे नया वेतन मिले
बता दें कि मजदूरों का 1-1-2017 से वेज रिवीजन बकाया है. पहले 5 साल पर वेज रिवीजन होता था. उसके बाद 10 साल पर करने का निर्णय सेल द्वारा लिया गया. इस 10 साल के निर्णय के बाद भी अभी तक 57 महीना पूरे हो चुके हैं, लेकिन वेज रिवीजन नहीं मिला है. इसके अलावा 15 परसेंट एमजीबी, 35 परसेंट पर्क, 9 परसेंट पेंशन अंशदान, ग्रेच्युटी से सीलिंग हटाने, लिव-इन कैशमेंट, ठेकेदार मजदूरों का नया वेतन और 1-1 – 2017 से एरियल का भुगतान है. इन मांगों के अलावा कई और मांगें भी हैं, जिसे लेकर सयुंक्त मोर्चा ने हड़ताल किया है.
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