Ashish Tagore
Latehar: शुक्रवार को नये प्रखंड सह अंचल कार्यालय में अजीबोगरीब वाक्या देखने को मिला. प्रखंड कार्यालय में उस समय गहमागहमी बढ़ गयी जब प्रखंड प्रमुख परशुराम लोहरा ने प्रखंड विकास पदाधिकारी मेघनाथ उरांव की कुर्सी पर कब्जा जमा लिया. इसके बाद क्या था, पूरा प्रखंड प्रशासन सकते में आ गया. इसकी जानकारी मिलने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी मेघनाथ उरांव ने अंचलाधिकारी रूद्र प्रताप को इसकी जानकारी दी. इसके बाद दोनो अधिकारी बीडीओ चैंबर में पहुंचे तो देखा कि प्रखंड प्रमुख परशुराम लोहरा बीडीओ की कुर्सी पर बैठे थे. पहले तो अधिकारियों ने प्रखंड प्रमुख को मनाने की कोशिश की. लेकिन जब वो नहीं माने तो अंचलाधिकारी के निर्देश पर पुलिस ने प्रखंड प्रमुख को चैंबर से बाहर निकाला.
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क्या है पूरा मामला
प्रखंड प्रमुख परशुराम लोहरा ने शुभम संदेश व लगातार डॉट इन से बताया कि नये प्रखंड सह अंचल कार्यालय का उदघाटन गत 14 फरवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कर चुके हैं, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी प्रखंड प्रमुख के कार्यालय को व्यविस्थत नहीं किया गया है. वहां न तो कुर्सियां हैं और ना ही टेबुल है. वे एक चुने हुए जन प्रतिनिधि हैं, क्षेत्र की जनता उनके पास आती है, लेकिन उनके पास उन्हें बैठाने की तक व्यवस्था नहीं है. इस कारण वे बीडीओ के चैंबर में उनकी कुर्सी में बैठे. ताकि वे जनता की समस्याओं को सुन सकें. उन्होंने नये भवन के उदघाटन में उन्हें निमंत्रण नहीं देने का भी आरोप लगाया.
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क्या कहा पदाधिकारियों ने
वहीं बीडीओ मेघनाथ उरांव ने कहा कि प्रखंड प्रमुख का यह अमर्यादित कार्य है. नया भवन है और पुराने भवन से कार्यालयों को यहां शिफ्ट किया जा रहा है. प्रखंड प्रमुख के लिए अलग से कमरा आवंटित है और उसे दुरूस्त कराया जा रहा है. सीओ रूद्र प्रताप सिंह ने कहा कि वरीय अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. प्रखंड प्रमुख ने नाजायज मजमा लगा कर सरकारी कार्य को बाधित करने का प्रयास किया है.