Latehar: अल्पसंख्यक छात्रवृति घोटाला मामले में अनियमितता की पुष्टि होने के बाद डीसी अबु इमरान ने विभागीय सचिव को पत्र भेज कर पूरे मामले की जांच, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) से कराने एवं कल्याण विभाग में पदस्थापित कल्याण पर्यवेक्षक पूर्ण शंकर भगत को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की अनुंशसा की है.
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क्या है मामला
राज्य समेत जिले में भी वित्तीय वर्ष 2019-20 में अल्पसंख्यक छात्रवृति वितरण फर्जी तरीके से किये जाने के मामले को उजागर होने के बाद उपायुक्त अबु इमरान के द्वारा एसडीओ महुआडांड़ की अध्यक्षता में टीम गठित की गई एवं पूरे मामले की जांच करवायी गई. जिसके बाद अल्पसंख्यक छात्रवृति के मामले में काफी अनियमितता पायी गई. इस मामले जांच के क्रम में कल्याण पर्यवेक्षक को दोषी पाया गया. वही अन्य लोगों की संलिप्तता उजागर हुई है. जिस पर डीसी अबु इमरान के द्वारा मामले की गहनता से जांच को लेकर विभागीय सचिव को पत्र भेजकर कर पूरे मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) से जांच कराने एवं कल्याण विभाग में पदस्थापित कल्याण पर्यवेक्षक पूर्ण शंकर भगत को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की अनुंशसा की है.
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इन विद्यालयों में पायी गई अनियमितता
अल्पसंख्यक छात्रवृति वितरण में अनियमितता की जांच में महुआडांड़ स्थित बीएमसी मकताब विद्यालय, महुआडांड़, आवासीय विद्यालय महुआडांड़ एवं अल इसलामिया विद्यालय महुआडांड़ के नाम शामिल है. जांच में कल्याण पर्यवेक्षक पूर्ण शंकर भगत,विद्यालय के तनवीर आलम,ओवेश रजा,सत्यानंद वर्मा एवं ओम प्रकाश दोषी पाए गए. जिसके बाद डीसी अबु इमरान के द्वारा कार्रवाई की गई है.
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