Ranchi : केंद्र के कृषि कानून के खिलाफ शनिवार को किसान संगठनों और वामदलों ने देशव्यापी घेराव कार्यक्रम का आयोजन किया. इसके तहत राजधानी रांची स्थित राजभवन के समक्ष भी वामदलों ने विरोध प्रदर्शन किया. किसान संगठनों और वामदलों की ओर से राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखा गया. पत्र राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को सौंपा गया. इसमें लिखा गया कि किसानों को देश में अन्नदाता कहा जाता है. कोविड संक्रमण जैसे समय में भी किसानों ने उत्पादन बंद नहीं किया, जिससे जनता को भोजन मिलता रहा. लेकिन केंद्र सरकार ने ऐसे तीन काले कानून दिये, जो किसानों को बर्बाद कर देंगे. ऐसे कानून खेती को किसानों से छीनकर कंपनियों को सौंप देगी. इसमें जिक्र है कि केंद्र की कृषि कानून असंवैधानिक है, क्योंकि केंद्र को कृषि मंडी पर कानून बनाने का अधिकार नहीं है. इसे बनाने में सरकार ने किसानों की राय नहीं ली है. शनिवार को देशव्यापी राजभवन घेराव कार्यक्रम आयोजित किया गया था. आयोजन मुख्य रूप से कृषि कानून के विरोध में किया गया. इस दौरान राज्यपाल को पत्र सौंपा गया.
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राष्ट्रपति को लिखा कि आपने भी हस्ताक्षर कर दिया
पत्र में लिखा है कि इस कानून में संसद समितियों में चर्चा तक नहीं हुई. पत्र में लिखा कि किसानों को उम्मीद थी कि संविधान के पहले सिपाही होने के नाते असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक और किसान विरोधी कानूनों पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर देंगे, लेकिन आपने ऐसा नहीं किया. मांग की गयी कि केंद्र सरकार को निर्देश दें कि इस कानून को वापस लें. साथ ही एमएसपी की गारंटी भी किसानों को मिलें. घेराव कार्यक्रम के दौरान लोगों ने सामाजिक दूरी का पालन किया.
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जारी रहेगा आंदोलन
इस दौरान सीपीआई के भुवनेश्वर मेहता ने कहा कि सरकार ने अपने हट में किसान विरोधी तीनों काले कानून, मजदूर विरोधी चार कोड और बिजली बिल 2020 पारित किया. जिसे अब सरकार को निरस्त करना चाहिए. केंद्र से लेकर राज्यों में विरोध कर रही संगठनों और दलों की यहीं मांग है. जब तक केंद्र सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्हेांने कहा कि केंद्र की ओर से किसानों को एमएसपी देने का प्रावधान है. सरकार को चाहिए कि इसके लिये स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाये. साथ ही भीड़ अधिक न हो इसका ध्यान रखते हुए जिला मुख्यालयों और प्रखंडों में भी विरोध प्रदर्शन किये गये. इस दौरान प्रकाश विप्लव, भुवनेश्वर केवट, अजय सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे.