Shruti Prakash Singh
Ranchi: राजधानी रांची में बिजली संकट से हर परिवार प्रभावित है. बच्चे की पढ़ाई से लेकर कारोबार तक के ऊपर इसका असर पड़ रहा है. भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट से लोगों को न दिन में चैन मिल रहा है, न रात की नींद पूरी हो रही है. खेतों को पानी तक नहीं मिल रहा है. इसी दौरान हमने हरमू रोड स्थित कुम्हार टोली के कुर्बान लेन निवासी मो तबरेज के परिवार से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि वे तकिया और गद्दा बनाने के कारोबार से जुड़े हुए है. कारोबार प्रभावित हो रहा है. बिजली नहीं रहने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. रोजाना 10 से 12 घंटे तक हो रही लोड शेडिंग से भीषण गर्मी के बीच बिजली के न रहने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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पूरे दिन की क्या है समस्या
मो तबरेज़ से बात करने के बाद पता चला की बिजली पूरी तरह से न मिलने के बाद उनका बुरा हाल है. आपको बता दे की ये सिर्फ एक घर की कहानी है ऐसे हज़ारो घर का है, जहा बिजली न आने की वजह से बहुत परेशानी हो रही है. सुबह उठते के साथ बिजली का न होना, बच्चो के स्कूल जाने में बाधा आती है. इस बार पुरे झारखण्ड की गर्मी ने वैसे ही सबको त्रस्त कर रखा है उसपर ये बिजली का न होना परेशानी का विषय है. उन्होंने बताया उनके काम में भी इसका असर पड़ रहा है, बिजली न होने के कारण काम करने में भी दिक्कत आ रही है. रमज़ान का वक़्त भी है, बिजली न होने की वजह से न पंखा की हवा न ठंडा पानी कुछ नसीब नहीं हो रहा. जब बच्चे स्कूल से घर आते है, तो उनका हाल बेहाल होता है. शाम होते ही बिजली जैसे आंख मिचोली खेलने लगती है. जैसे ही बिजली आती है बच्चे खुश हो जाते है और तुरंत वो मुस्कान उदासी में बदल जाती है. रात होते ही उनकी पत्नी को खाना बनाने में दिक्कत होती है.
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मोमबत्ती या लालटेन का लेना पड़ रहा है सहारा
तबरेज ने बताया कि बिजली नहीं रहने की वजह से जहां बच्चे की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. साथ ही साथ कारोबार पर भी इसका असर पड़ रहा है. रात में सही से नींद नहीं पूरी हो पा रही है. बिजली कटने के बाद मोमबत्ती या लालटेन का सहारा लेना पड़ रहा है. रात में लगातार बिजली आती-जाती रहती है, रात सिर्फ करवटें बदलते गुजर रही है.
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बिजली नहीं रहने की वजह से पढ़ाई में हो रही दिक्कत
तबरेज के तीन बच्चियां जिनमें दो बच्चियां पढाई करती है. एक कक्षा दो की छात्रा है और दूसरी कक्षा एक की छात्रा है. दोनों बच्चियों से बात करने पर बताया कि लाइट नहीं रहने की वजह से पढ़ाई करने में दिक्कत होती है. मोमबत्ती और लालटेन जला कर पढ़ाई करनी पड़ती है. साथ ही साथ टीवी पर कार्टून भी नहीं देख पाते है. वहीं तबरेज का कहना है,कि रात में लाइट नहीं रहने की वजह से सही से नींद नहीं पूरी हो पाती है. जिस वजह से पूरे दिन का दिनचर्या गड़बड़ा जाता है.अभी रोजा का समय चल रहा है इस वजह से और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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दस घंटे से अधिक कट रही बिजली
बिजली की स्थिति वर्तमान में ऐसी है कि रांची में रोजाना दस घंटे से तक बिजली कट रही है.
बरियातु, रातु रोड, पिस्का मोड़, दयान नगर, आइटीआइ, पिस्कामोड़, डोरंडा, पुंदाग, कोकर, चुटिया, कडरू, अरगोड़ा, कटहल मोड़, नगड़ी, कांके, कोकर, लालपुर, कांटा टोली, लोआडीह, हीनू, तुपूदाना, हटिया सहित कई इलाको हर दो घंटे में बिजली कटती रही है. बताया जा रहा है कि आपूर्ति की जाने वाली बिजली में कमी होने के कारण और बिजली की मांग में वृद्धि के कारण ये स्थिति बनी है. जबकि पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग इलाकों में बिजली मरम्मत कार्य भी चल रही है.
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व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर भी फेल
बिजली विभाग की ओर से रांची आपूर्ति क्षेत्र के लिए बीते 18 अप्रैल को जारी की गई व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर भी फेल हो गई है. इस नंबर पर कई सूचनाएं दी गई, लेकिन इन सूचनाओं के बावजूद कोई असर नहीं हुआ. कोई समाधान भी नहीं दिखने को मिली. विभाग की ओर से पावर कट, ट्रांसफार्मर जलने, ट्रांसफार्मर का फ्यूज उड़ने, वोल्टेज फ्लकचुएट करने पर व्हाट्सएप नंबर 9431135682 पर सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी की गई थी. समस्याओं पर कोई निबटारा नहीं किया जा रहा. इसी तरह का हाल ओवर ब्रीज के पास एक उपभोक्ता के साथ हुआ, जब उसने बिजली कटे जाने की सूचना दी तो उन्हें कहा गया कि मिस्त्री जा रहे हैं तार में समस्या है. लेकिन सुबह से लेकर दोपहर तक पूरा मुहल्ला इंतजार करता रहा मिस्त्री का. शाम को काम पूरा हुआ.
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