Ranchi : झारखंड में साक्षरता अभियान के तहत 40 लाख निरक्षर लोगों को शिक्षित करने का संकल्प लिया गया है. इस अभियान के तहत वैसे लोगों को शिक्षित किया जायेगा जिन्हें अक्षर का ज्ञान नहीं हैं. यह अभियान झारखंड के सभी जिलों में वर्ष 2025 तक चलाया जायेगा.
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15 से अधिक आयु के लोगों को किया जायेगा शिक्षित
साक्षरता अभियान के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों अपना योगदान दे रहीं है. केंद्र सरकार 60 फीसदी और राज्य सरकार 40 फीसदी राशि खर्च करेगी. इस अभियान में 15 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को जोड़ा जायेगा. 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को साक्षर किया जायेगा. जिसे वह पढ़ और लिख सकेंगे.
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2018 से बन है साक्षरता अभियान
गौरतलब है कि स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के द्वारा यह प्रस्ताव तैयार किया है. जिसमें वैसे जिलों का चयन किया जायेगा. जहां महिला साक्षरता बहुत कम है. विभाग ने अभियान के तहत लोगों और जिलों का चयन कर लिया है. विभाग ने जिलों से 15 से 35 आयु, 36 से 50 आयु और 51 से अधिक आयु वर्ग के लोगों की अलग-अलग संख्या ले लिया है, जो निरक्षर है. यह अभियान 2018 से प्रदेश में बंद पड़ा हुआ है.
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साक्षरता मिशन प्राधिकरण का गठन किया गया
वित्तीय वर्ष 2020-21 में झारखंड में दो लाख लोगों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है. जिसपर 4.84 करोड़ रूपए खर्च किये जायेंगे. इस अभियान के बेहतर संचालन के लिए राज्य से लेकर प्रखंड स्तर तक साक्षरता मिशन प्राधिकरण का गठन किया गया है. इस अभियान के तहत लोगों को साक्षर बनाने में स्वयंसेवी संस्था के साथ एनसीसी, एनएसएस, रिटायर अफसर-कर्मी भी सहयोग कर सकेंगे.
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