Jamtara: करमाटांड़ के तेतुलबंधा पंचायत मे भी शिकरपोसनी पंचायत की तरह मनरेगा में लूट का मामला उजागर हुआ है. नियमों को ताख पर रखकर काम किया जा रहा है. लूट ऐसा कि अलग-अलग वाउचर जमाकर एक ही वेंडर द्वारा दो बार पैसे की निकासी कर ली गयी. कहीं कुआं कागज पर ही बना और पैसे की निकासी कर ली गयी. कहीं खुदाई पूरी भी नहीं हुई है और रुपये की निकासी कर ली गई.
कई तरह की गड़बड़ी देखी जा रही है. तेतुलबंधा पंचायत के धरूवाडीह मे लाभुक कारू तुरी के नाम पर बनाए जा रहे कुएं का पूरा भुगतान हो चुका है फिर भी काम बाकी है. वहीं योजना स्थल पर बोर्ड नहीं है जबकि बोर्ड की दो बार राशि निकाली गई है. ग्रामीण गणेश मंडल ने बताया कि बोर्ड बना था. बाद में ईंट का उपयोग कुआं में हुआ तो हटा दिया गया.
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जांच होने पर गड़बड़ी उजागर होगी
योजना से संबंधित रोजगार सेवक, पंचायत सचिव, मुखिया, वेंडर और बीडीओ 2 वर्षों से एक ही हैं फिर भी अलग-अलग वाउचर से एक ही सामग्री का दो बार निकासी कर लिया गया. जो किसी गड़बड़ी की और इशारा करता है. मनरेगा एक्ट के तहत यह अपराध की श्रेणी में आता है. इन मामलों की जांच की जाए तो करमाटांड में और योजनाओं में गड़बड़ी का मामला उजागर हो सकता है.
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कार्यस्थल पर सामग्री की आपूर्ति नहीं
इसी पंचायत के चारघारा मे लाभुक रूपी मूर्मू का कुआं खुदाई का काम अंतिम चरण में है लेकिन कार्यस्थल पर किसी सामग्री की आपूर्ति नहीं की गई है. फिर भी 1 लाख रुपए की निकासी कर ली गई है. इसके अलावा चारघारा के लखिंदर सोरेन, दशरथपुर के अनाउल अंसारी और तेतुलबंधा के लक्ष्मण डोम समेत कई ऐसे मामले हैं, जिसे जांचने की जरूरत है. यहां मनरेगा के पैसे की लूट हो रही है.
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