Sonia Jasmin
Ranchi: भारत में चीनी सामान का विरोध काफी समय से किया जा रहा है, लेकिन क्या सच में चीनी प्रोडक्ट्स का बहिष्कार किया जा रहा है. चीन में बने सामान सस्ते होते हैं. इस कारण भारत में इनका बाजार हमेशा से बड़ा रहा है. चीन और भारत की व्यापारिक साझेदारी बहुत बड़ी है और व्यापार भावनाओं पर नहीं, बल्कि सस्ते उत्पादों और मुनाफे पर टिका होता है. भारत में रोजमर्रा के जीवन से लेकर त्योहारों तक चाइनीज वस्तुओं की डिमांड काफी अधिक है. हर पर्व-त्योहार पर चाइनीज वस्तुओं की सजावट होती है. बात होली के रंगों की हो या दीपावली के दियों की, ज्यादातर चीन में ही बने होते हैं.
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Made In India के नाम पर बिक रहा चाइनीज माल
लैपटॉप, कंप्यूटर, स्मार्टफोन, टैबलेट, स्मार्ट वॉच जैसी डिवाइस में लगाये जानेवाले चिप और अन्य पार्ट्स चीन में ही बनते हैं. एक ओर जहां पूरे देश में चाइनीज सामान का विरोध हो रहा है, वहीं दुकानदारों और व्यापारियों ने चाइनीज स्टॉक को बेचने का एक नया तरीका निकाल लिया है. चाइनीज माल पर Made In China ना लिखकर PRC (Peoples Republic Of China) लिखा होता है. लोग भी इन बातों पर ध्यान नहीं देते हैं और बेवकूफ बनते जा रहे हैं.
लालपुर के एक दुकानदार मनोज ने बताया कि चाइनीज उत्पादों का बहिष्कार करना आसान नहीं है. चाइनीज उत्पाद देखने में खूबसूरत होते हैं साथ ही सस्ते भी होते हैं. लोग इन्हीं चीजों की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं. चर्च रोड स्थित एक दुकानदार नदीम ने बताया कि चीन में बने इलेक्ट्रोनिक प्रोडक्टस् की डिमांड में कोई कमी नहीं आयी है. लोग online और offline दोनों तरीकों से प्रोडक्टस् खरीद रहे हैं.
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