Jammu-kashmir : केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में रह रहे 155 अवैध रोहिंग्या प्रवासियों को होल्डिंग सेंटर भेजे जाने की खबर है. प्रदेश से रोहिंग्याओं को बाहर करने को लेकर यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यहां लंबे समय से रह रहे म्यांमार के अवैध प्रवासियों के बायोमीट्रिक और अन्य जरूरी विवरण जमा करने के लिए शनिवार को विशेष अभियान चलाया. खबरों के अनुसार एमएएम स्टेडियम में उच्चस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच म्यांमार के इन प्रवासियों की जंच की प्रक्रिया शुरू की गयी.
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मीडियाकर्मियों को स्टेडियम में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी
जान लें कि स्थानीय मीडियाकर्मियों को स्टेडियम परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गयी थी. जम्मू रेंज के पुलिस आईजी मुकेश सिंह ने इस प्रक्रिया को लेकर कहा, गृह विभाग की 5 मार्च 2021 की अधिसूचना के अनुसार, शनिवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में रह रहे 155 अवैध रोहिंग्या प्रवासियों को होल्डिंग सेंटर भेजा गया.
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कठुआ जिले का उप जेल हीरानगर होल्डिंग सेंटर बना
पुलिस के अनुसार इन अवैध प्रवासियों को रखने के लिए कठुआ जिले के उप जेल हीरानगर को एक होल्डिंग सेंटर में बदल दिया गया है. आईजी जम्मू मुकेश सिंह ने कहा, यह फॉरनर्स एक्ट की धारा 3(2)ई के तहत किया गया. इसमें क़ानून की प्रक्रियाओं का पालन किया गया. इन अप्रवासियों के पास पासपोर्ट अधिनियम की धारा (3) के अनुसार वैध यात्रा दस्तावेज नहीं थे.
मुकेश सिंह के अनुसार ऐसे प्रवासियों की पहचान की कार्रवाई अभी जारी रहेगी. मुकेश सिंह ने कहा कि होल्डिंग सेंटर में इन प्रवासियों को भेजने के बाद यह पता लगाया जायेगा कि वो किस देश के हैं.
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13 हजार 700 से ज्यादा विदेशी नागरिक जम्मू और साम्बा जिलों में बसे हुए हैं
राष्ट्रीयता की जांच पूरी होने के बाद इन अवैध अप्रवासियों को उनके देश डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू होगी. इससे पहले वर्ष 2017 और 2018 में भी पुलिस ने रोहिंग्याओं की वेरिफिकेशन की थी.
रोहिंग्या मुसलमानों और बांग्लादेशी नागरिकों सहित 13 हजार 700 से ज्यादा विदेशी नागरिक जम्मू और साम्बा जिलों में बसे हुए हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार, 2008 से 2016 के बीच उनकी जनसंख्या में 6 हजार से ज्यादा की वृद्धि हुई है.