Manoharpur (Ajay Singh) : शनिवार को महाविद्यालय परिसर में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 14 अगस्त, 1947 को हुए देश के विभाजन को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में याद किया गया. इस दौरान महाविद्यालय के डिस्प्ले बोर्ड पर विभाजन की तस्वीरों को प्रदर्शित किया गया. सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने विभाजन के समय की दर्दनाक घटनाओं को तस्वीरों के जरिए जाना और इससे जुड़ी जानकारियां साझा की. शिक्षकों ने इस दिवस के बारे में विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी छात्र-छात्राओं को दी.इस प्रदर्शनी के माध्यम से विद्यार्थियों को विभाजन की विभीषिका से अवगत करवाया गया. इस दिवस को मनाने का यह उद्देश्य है कि लोग इस बात को समझें और जानें की आजादी के लिए लाखों लोगों को जान की कुर्बानी देनी पड़ी थी.
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स्मृतियों को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया
वर्षों के स्वतंत्रता आन्दोलन एवं संघर्ष के बाद भारत स्वाधीन हुआ, इसके बारे में विद्यार्थियों को इस प्रदर्शनी के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई. इस विभाजन दिवस के उपरांत 15 अगस्त 1947 को भारत स्वाधीनता प्राप्त हुई एवं प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है. इसके बारे में विद्यार्थियों को विस्तार पूर्वक बताया गया. इस मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.आरपी सिंह, प्रो.राजा सुरीन, महाविद्यालय के आचार्य, सहकर्मीगण समेत छात्र-छात्रायें उपस्थित थे.
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