Lucknow : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी जातिवार जनगणना कराये जाने की जरूरत बतायी है. मायावती ने मंगलवार को कहा कि दलितों और पिछड़ों को उनका वाजिब हक तभी मिलेगा, जब केन्द्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर जातिवार जनगणना करायेगी. नेशनल खबरों के लिए क्लिक करें
3. वैसे तो यूपी सरकार को अब अपनी नीयत व नीति में जन भावना व जन अपेक्षा के अनुसार सुधार करके जातीय जनगणना/सर्वे अविलम्ब शुरू करा देना चाहिए, किन्तु इसका सही समाधान तभी होगा जब केन्द्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना कराकर उन्हें उनका वाजिब हक देना सुनिश्चित करेगी।
— Mayawati (@Mayawati) October 3, 2023
1. बिहार सरकार द्वारा कराए गए जातीय जनगणना के आँकड़े सार्वजनिक होने की खबरें आज काफी सुर्खियों में है तथा उस पर गहन चर्चाएं जारी है। कुछ पार्टियाँ इससे असहज ज़रूर हैं किन्तु बीएसपी के लिए ओबीसी के संवैधानिक हक के लम्बे संघर्ष की यह पहली सीढ़ी है।
— Mayawati (@Mayawati) October 3, 2023
बिहार सरकार के जातीय जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक, चर्चा जारी
मायावती ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर की गयी सिलसिलेवार पोस्ट में कहा, ”बिहार सरकार द्वारा करायी गयी जातीय जनगणना के आँकड़े सार्वजनिक होने की खबरें आज खासी सुर्खियों में हैं तथा उस पर गहन चर्चाएं जारी हैं. कुछ पार्टियां इससे असहज जरूर हैं मगर बसपा के लिए ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के संवैधानिक हक के लंबे संघर्ष की यह पहली सीढ़ी है.
यूपी सरकार जातीय जनगणना/सर्वे शुरू कराये
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने इसी सिलसिले में की गयी एक अन्य पोस्ट में कहा, वैसे तो उत्तर प्रदेश सरकार को अब अपनी नीयत व नीति में जनभावना और जन अपेक्षा के अनुसार सुधार करके जातीय जनगणना/सर्वे अविलम्ब शुरू करा देना चाहिए, किन्तु इसका सही समाधान तभी होगा जब केन्द्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना कराकर उन्हें उनका वाजिब हक देना सुनिश्चित करेगी.
देश की राजनीति बहुजन समाज के पक्ष में नयी करवट ले रही है
मायावती ने एक अन्य पोस्ट में कहा, बसपा को प्रसन्नता है कि देश की राजनीति उपेक्षित बहुजन समाज के पक्ष में नयी करवट ले रही है, जिसका नतीजा है कि एससी/एसटी आरक्षण को निष्क्रिय व निष्प्रभावी बनाने तथा घोर ओबीसी व मंडल विरोधी जातिवादी एवं साम्प्रदायिक दल भी अपने भविष्य के प्रति चिंतित नजर आने लगे हैं. बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले गत सोमवार को अपने बहुप्रतीक्षित जातिवार सर्वेक्षण के आंकड़े जारी किये थे.
भाजपा सरकार देश भर में जातिवार जनगणना कराये : अखिलेश यादव
बिहार में जातिवार सर्वेक्षण जारी होने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार को राजनीति छोड़ देनी चाहिए और देश भर में जातिवार जनगणना करानी चाहिए. यादव ने एक्स’ पर कहा, ‘जो वास्तव में अधिकार देना चाहते हैं, वे जातीय जनगणना करवायेंगे. भाजपा सरकार को राजनीति छोड़ कर देशव्यापी जातीय जनगणना करानी चाहिए. उन्होंने पोस्ट में कहा, जब लोगों को पता चलता है कि वे (संख्या में) कितने हैं, तो उनमें एक आत्मविश्वास जागता है और सामाजिक अन्याय के खिलाफ एक सामाजिक चेतना भी जागती है.
पिछड़े वर्गों की कुल आबादी में 63 प्रतिशत हिस्सेदारी
इसके अनुसार ओबीसी और अत्यंत पिछड़े वर्गों की राज्य की कुल आबादी में 63 प्रतिशत हिस्सेदारी है. आंकड़ों के अनुसार, बिहार की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ अधिक है, जिसमें से अत्यंत पिछड़ा वर्ग (36 प्रतिशत) सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है, इसके बाद अन्य पिछड़ा वर्ग 27.13 प्रतिशत है.