Ranchi: मानसून की बारिश शुरू होने से पहले शनिवार को मेयर आशा लकड़ा ने 5 वार्डों की नालियों की साफ-सफाई का निरीक्षण किया. उन्होंने वार्ड नंबर 09, 21, 22, 23 व 24 में नालियों की साफ-सफाई का निरीक्षण किया. हालांकि निगम का एक भी अधिकारी इस दौरान वहां मौजूद नहीं रहा, जबकि मेयर की ओर से शुक्रवार को ही संबंधित अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान उपस्थित रहने की सूचना दे दी गई थी. मेयर ने बताया कि बारिश के मौसम में जलजमाव की स्थिति से निपटने के लिए लगातार बड़े व छोटे नालों की सफाई की जा रही है. साथ ही बड़े नालों के क्षतिग्रस्त हिस्से को दुरुस्त करने के लिए अभियंत्रण शाखा के अधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है.
अधूरे कार्यों को जल्द पूरा करने का दिया निर्देश
मेयर ने कहा कि शहर की आबादी लगभग 20 लाख है. धीरे-धीरे एक-एक वार्ड में पहुंचने की कोशिश की जा रही है. इस क्रम में मेयर ने जोड़ा तालाब के अधूरे कार्यों का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि अभियंत्रण शाखा के अधिकारियों से बात कर तालाब के आधे-अधूरे कार्य को जल्द से जल्द पूरा कराने का कार्य किया जाएगा. वार्ड-21के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर व आंचल शिशु आश्रम के पास गंदगी के ढेर हैं, जिसे साफ करने का निर्देश जोनल सुपरवाइजर को दिया गया है. इसके बाद मेयर बड़ा तालाब के समीप पहुंची. उन्होंने तालाब के आधे-अधूरे सुंदरीकरण कार्य पर आपत्ति जताई और कहा कि रांची नगर निगम ने अपने स्तर से तालाब में भरे पड़े जलकुंभी को निकाल दिया है, परंतु बड़ा तालाब के सुंदरीकरण का कार्य कर रही एजेंसी ने पानी में भरे पड़े गाद की सफाई नहीं की.
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नगर आयुक्त पर मेयर ने फिर लगाया आरोप
इस दौरान एक बार फिर उन्होंने नगर आयुक्त पर हमला किया. उन्होंने कहा कि मेयर शहर की साफ-सफाई का निरीक्षण करने निकलती हैं. इसकी सूचना पहले ही अधिकारियों को दे दी जाती है. इसके बाद भी निगम के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचते हैं. उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त का यह आचरण निंदनीय है. वे न तो स्वयं इस शहर के लिए विकास के लिए काम करना चाहते हैं और न ही निगम के अन्य अधिकारियों को काम करने दे रहे हैं.
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