Kiriburu : सेल की किरीबुरु और मेघाहातुबुरु खदान प्रबंधन द्वारा शहर के तमाम हाटिंग में रहने वाले लोगों को अपनी-अपनी झोपड़ियों को अविलम्ब हटा लेने का नोटिस दिया था. इसकी शिकायत झोपड़ियों में रहने वाले लोगों ने जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकू से शिकायत की थी. इसके बाद सोमवार को किरीबुरु पहुंच मंगलाहाट हाटिंग, चर्च हाटिंग, मुर्गापाड़ा हाटिंग, आदिवासी कल्याण केन्द्र आदि से जुड़े लोगों से अलग-अलग मुलाकात की. हाटिंग के लोगों ने बताया कि वह पिछले 40-50 वर्षों से इस शहर में रहकर प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सेल प्रबंधन की सेवा कर रहे हैं. अब प्रबंधन हमें नोटिस भेजा है. हमारे पास रहने के लिए दूसरा कोई स्थान नहीं है. हाटिंग में रहने वाले लोगों ने विधायक से इस समस्या का स्थायी समाधान कराने का आग्रह किया.
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विधायक ने खदान प्रबंधन से की वार्ता
विधायक सोनाराम सिंकू ने मेघाहातुबुरु खदान के सीजीएम आरपी सेलबम, किरीबुरु के महाप्रबंधक एसएस शाह, सेल के प्रशासनिक अधिकारी श्याम उज्ज्वल मेद्दा, प्रवीण कुमार, रमेश सिन्हा से मेघालय गेस्ट हाउस में इस समस्या का समाधान के लिए वार्ता की. उन्होंने कहा कि उक्त हाटिंग खदान में उत्पादन प्रारम्भ होने के दौरान से बसा है, जिसे सेल प्रबंधन ने अपनी सुख-सुविधाओं व जरूरतों को पूरा करने हेतु बसाया था. उन्होंने प्रबंधन पूछा कि सेल सेल की दोनों खदानों में कार्य करने वाले ठेका श्रमिकों, अधिकारियों के घरों में खाना बनाने से लेकर साफ-सफाई का काम करने वाली महिलाएं, शहर का सिवरेज, गार्वेज आदि की सफाई करने समेत, सेल द्वारा आवंटित दुकानें व उसमें काम करने वाले आदि अन्य कार्यों से जुड़े लोगों की संख्या कितनी है. ये लोग वर्षों से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से सेल प्रबंधन व उनके अधिकारियों व कर्मचारियों को सेवा देते आ रहे हैं. प्रबंधन वैसे ठेका मजदूरों, दुकानदारों, सफाई कर्मियों, घरों में काम करने वाली महिलाओं को उनके परिवार व बच्चों के साथ रहने की व्यवस्था कहां की है. अब ये लोग यहां से नहीं हटेंगे. अगर प्रबंधन को बस्ती हटाना है तो पहले गुवा की तरह ही सभी लोगों के लिए सभी सुविधायुक्त घर बनाकर दे. जरूरत पड़ी तो सेल प्रबंधन के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी. उन्होंने कहा कि सेल प्रबंधन सरकार को इस मामले में बदनाम कर रही है और बता रही है कि सरकार के आदेश से यह काम कर रहे हैं, जबकि ऐसा आदेश सरकार ने नहीं दिया है.
अतिक्रमणकारी नहीं हटेंगे तो नया लीज नहीं मिलेगा, दोनों खदान बंद हो जाएगी
सीजीएम आरपी सेलबम ने विधायक को बताया कि दोनों खदान में लौह अयस्क लगभग खत्म हो चुका है. लीज क्षेत्र के सेंटर व साउथ ब्लॉक को चालू करने के लिए नया लीज अर्थात् फॉरेस्ट क्लियरेंस की जरूरत है. अगर नया खदान चालू नहीं हुआ तो दोनों खदान बंद हो जाएगी. इससे हजारों स्थायी व अस्थायी मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे. झारखंड सरकार व वन विभाग का आदेश है कि पहले अतिक्रमण हटाए तभी खनन हेतु नया लीज दिया जाएगा. इसिलए इन्हें नोटिस दिया गया है. खदान को बचाने के लिए सरकारी आदेशानुसार नोटिस देना मजबूरी है. मौके पर एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, जिला यूथ इंटक अध्यक्ष कुतुबुद्दीन खान, इंटक के जिला सचिव ललिया दास, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष मनजीत प्रधान, सचिव राणा बोस, ढेले मुंडा, सोनाराम गोप आदि दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे.