Latehar : मनरेगा वेंडरों ने सरकारी कागजात से छेड़छाड़ कर 13 लाख 80 हजार रुपये का गबन किया. इसको लेकर शनिवार को जिला खनन पदाधिकारी द्वारा हेरहंज थाना में मामला दर्ज कराया गया है. 13.80 लाख रुपये गबन करने में शामिल वेंडरों के अलावा अन्य संलिप्त लोगों पर कार्रवाई की मांग की गई है.
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वेंडरों के भुगतान की गई राशि में भिन्नता पाई गई
जिला खनन पदाधिकारी लातेहार द्वारा हेरहंज थाना में दर्ज कराए गए मामले में कहा गया है कि प्रखंड कार्यालय हेरहंज में निबंधित नौ मनरेगा वेंडरो के द्वारा प्रखंड कार्यालय अंतर्गत क्रियान्वित योजनाओं मनरेगा, नरेगा और अन्य निर्माण कार्यों में वित्तीय वर्ष 2014 -15 या इससे पहले से लेकर अब तक में आपूर्ति किए गए बालू, पत्थर, चिप्स और मोरम के संबंध में कटौती की गई दोगुनी राशि को ऑनलाइन बैंक ड्राफ्ट द्वारा जमा कर लिया गया.
इसके बाद आपूर्ति किए गए लघु खनिजों की योजनाबार योजना का नाम, खनिज का नाम, खनिज की मात्रा, ई -परिवहन, चालान की विवरणी नहीं रहने की दशा में योजनाबार नियमानुसार जमा किए गए जुर्माना राशि और अन्य वैधानिक शुल्क की विवरण की मांग की गई थी. फिर हेरहंज बीडीओ ऑफिस द्वारा कटौती की गई दोगुनी राशि का ब्यौरा 12 मनरेगा वेंडरों को उपलब्ध कराया गया. इसमें दो वेंडरों द्वारा जमा की गई राशि के ई-चालान की जांच ऑनलाइन की गई. जांच के दौरान दोनों वेंडरों द्वारा भुगतान की गई राशि में भिन्नता पाई गई.
गलत सूचना उपलब्ध कराई गई
जांच के दौरान पाया गया कि साहू सीमेंट सेंटर के महेंद्र प्रसाद द्वारा जमा की गई 435485 रुपये की राशि में से सिर्फ 300 रुपये का भुगतान हुआ. वहीं सकेन्द्र साव द्वारा जमा की गई 949322 रुपये में से सिर्फ 3886 रुपये का वास्तविक रूप से भुगतान हुआ है. इससे स्पष्ट होता है कि दोनों वेंडरों द्वारा सरकारी दस्तावेज में छेड़छाड़ कर प्रखंड कार्यालय में जमा कराया गया है. इससे सरकारी राजस्व की क्षति कर गलत सूचना उपलब्ध कराई गई है.
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