Gaurav Prakash
Hazaribagh: शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को देशभर के डॉक्टर जुटे. इसमें सभी डॉक्टरों ने विभिन्न बीमारियों पर विचार मंथन किया. इनमें झारखंड समेत देश भर के दो से अधिक जनरल सर्जन हिस्सा ले रहे हैं. तीन दिवसीय 21वां एनुअल कॉन्फ्रेंस एसोसिएशन ऑफ सर्जन ऑफ इंडिया झारखंड चैप्टर (जैसिकॉन) के तहत आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान डॉक्टरों ने ”शुभम संदेश” के साथ अपना अनुभव साझा किया. डॉक्टरों ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य अपना अनुभव साझा करना है, ताकि सर्जरी के दौरान जो समस्याएं आती हैं, उसका निराकरण किया जा सके.
डॉक्टरों का भी कहना है कि सर्जरी करने के दौरान कई जटिलताएं आती हैं, उनको शून्य तो नहीं किया जा सकता, लेकिन कम जरूर किया जा सकता है. इस तरह के कॉन्फ्रेंस में वे लोग आपस में अनुभव साझा करते हैं, जिसका लाभ अंततः मरीजों को मिलता है. पहले सत्र में डॉक्टरों ने वीडियो के जरिए महत्वपूर्ण बिंदुओं पर डिस्कशन किये. इसमें सर्जरी के दौरान जो समस्याएं आती हैं, उनका जिक्र किया गया. डॉक्टरों ने अपनी-अपनी राय रखी. आयोजक डॉ बीएन प्रसाद का कहना है कि आप पहले देखें, तो लेजर सर्जरी लोग कम कराना चाहते थे और डॉक्टर्स भी कम थे. लेकिन वर्तमान समय में लेजर सर्जरी की संख्या में 200 गुणा बढ़ोतरी हुई. उस अनुपात में डॉक्टर भी नहीं हैं. यह लाभ इसी तरह से कॉन्फ्रेंस से होता है. अब मरीज भी समझ रहे हैं कि लेजर थेरेपी कराने से समय की बचत होती है. इससे शारीरिक कष्ट भी कम होता है. पहले चीर-फाड़ करने से मरीजों को महीनों बेड पर रहना पड़ता था.
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उनका कहना है कि अब महज कुछ ही घंटे में मरीज को डिस्चार्ज कर देते हैं. छोटे शहर में इस तरह का आयोजन करने से अधिक लाभ होता है. गांव तक उनकी बातें पहुंच पाती हैं. इससे डॉक्टरों को नई राह मिलती है. कॉन्फ्रेंस में कई कंपनियां अपनी स्टॉल लगाते हैं. इसमें अत्याधुनिक मशीन के बारे में डॉक्टरों को जानकारी होती है. अब उपकरण की कीमत में भी कमी हुई है. कॉन्फ्रेंस में यह बातें सामने आयी कि वर्तमान में सबसे अधिक हर्निया, हाइड्रोसिल, पाइल्स और फिस्टुला से जुड़े मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. पाइल्स के मरीजों की संख्या में वृद्धि अधिक देखने को मिल रही है. कार्यक्रम में झारखंड के अलग-अलग जिले से डॉक्टर के अलावा इलाहाबाद से डॉक्टर प्रबल नियोगी, डॉ जे परिदेश और डॉक्टर बराटू शामिल हुए. बताया जा रहा है कि आने वाले दो दिनों में कई नामचीन डॉक्टर हैं, जो देश के कोने-कोने से पहुंचेंगे.
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