Putki : पश्चिमी झरिया क्षेत्र के मुनीडीह कोलियरी में आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया गया. मॉक ड्रिल कर लोगों को आपात स्थिति से निपटने के लिए जागरूक अभियान चलाया गया. मैनेजर और सुरक्षा अधिकारी को मॉक ड्रिल के बारे में पहले से पता था. वहां मौजूद सभी लोगों को बाद जानकारी दी गयी कि यह मॉक ड्रिल है. इस संबंध में मैनेजर सन्नी राव ने बताया कि यह मॉक ड्रिल था. सभी लोग सुरक्षित हैं. मॉक ड्रिल कर सभी लोगों को आपात स्थिति से निपटने के लिए जागरूक किया जाता है. महाप्रबंधक अरिंदम मुस्ताफी ने मॉक ड्रिल के सफल आयोजन की सराहना करते हुए सभी को धन्यवाद दिया. उन्होंने मुनीडीह जैसे कठिन खान में इसकी उपयोगिता पर बल दिया. आइ.एस. ओ. के नोडल ऑफिसर किशोर यादव ने मॉक ड्रिल को सफल बताया.
500 एमएच के ‘वाई’ कनेक्शन से भारी मात्रा में होने लगा था पानी ओवरफ्लो
मुनीडीह कोलियरी से देर रात 500 एमएच के ‘वाई’ कनेक्शन से अचानक भारी मात्रा में पानी ओवरफ्लो होने लगा. सूचना सहायक प्रबंधक शेषम रितेश ने इसकी जानकारी मैनेजर सन्नी राव, सुरक्षा अधिकारी पी. राजकुमार डी. और टेलीफोन ऑपरेटर को दी. इसके बाद उच्च अधिकारियों ने फोन और व्हाट्सएप के जरिये सूचना मिली. इमरजेंसी प्लान के अनुसार, डी.जी.एम. एस के अधिकारी, जी.एम. सेफ्टी, आई .एस.ओ के नोडल ऑफिसर, रेस्क्यू स्टेशन धनसार, रेस्क्यू रूम मुनिडीह, एरिया सेफ्टी कमेटी मेंबर, पीट सेफ्टी कमेटी मेंबर, सभी कार्मिक नेता और सी.आई.एस.एफ को इमरजेंसी की सूचना दी गयी. इसके बाद आइ. एस.ओ. के नोडल ऑफिसर किशोर यादव के ऑब्जर्वर में इमरजेंसी रेस्क्यू प्लान के अनुसार बचाव कार्य प्रारंभ किया गया. रेस्क्यू स्टेशन धनसार और रेस्क्यू रूम मूनीडीह के सभी रेस्क्यू टीम बचाव कार्य के लिए तत्काल टीम बनाकर तुरंत पिट टॉप पर उपस्थित हुए. इसके अलावा भागा बांध कोलियरी के एजेंट और मैनेजर जे. के. सिंह और एस सरकार भी घटनास्थल पर मौजूद हुए. इमरजेंसी प्लान के अनुसार, रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. सभी को सुरक्षित बचाव मार्ग से बाहर निकाला गया. मौके पर महाप्रबंधक अरिंदम मुस्तफ़ी, प्रोजेक्ट ऑफिसर सुनील कुमार पांजा, एरिया सेफ्टी ऑफिसर वी.एस. बर्नवाल, एरिया इंजीनियर प्रभात रंजन झा सहित अन्य अधिकारी उपस्थिति रहे.