NewDelhi : भारत में मॉडर्ना की कोविड वैक्सीन के आने का रास्ता साफ हो गया है. खबर है कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने मॉडर्ना की वैक्सीन के आयात के लिए मंजूरी दे दी है. जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार जल्द इस संबंध में घोषणा करेगी. एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है.
बता दें कि कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक के बाद मॉडर्ना का टीका भारत में उपलब्ध होने वाला कोविड-19 का चौथा टीका होगा. एक सूत्र ने बताया, डीसीजीआई ने ड्रग्स ऐंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 के तहत नयी औषधि एवं क्लिनिकल परीक्षण नियम, 2019 के प्रावधानों के अनुसार सिपला को देश में सीमित आपात उपयोग के लिए मॉडर्ना के कोविड-19 टीके का आयात करने की अनुमति दे दी है,
Cipla/Moderna gets DCGA (Drugs Controller General of India) nod for import of #COVID19 vaccine, Government to make an announcement soon: Sources pic.twitter.com/zsAIo6y70s
— ANI (@ANI) June 29, 2021
इसे भी पढ़ें : बिहार भाजपा में भूचाल, प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार का ऑडियो वायरल, कहा, पार्टी के कई नेता चोर और ब्लैकमेलर, किया 42 करोड़ का घोटाला
सीडीएससीओ मॉडर्ना के टीके के आयात की अनुमति देने के पक्ष में था
इसके पहले खबर आयी थी कि भारत का दवा नियामक डीसीजीआई मॉडर्ना की कोविड वैक्सीन के आपात उपयोग को जल्द ही मंजूरी दे सकता है. जान लें कि मॉडर्ना ने एक अलग पत्र में यह सूचना दी है कि अमेरिका ने यहां उपयोग के लिए कोविड-19 के अपने टीके की एक विशेष संख्या में खुराक कोवैक्स के जरिये भारत सरकार को दान में देने की सहमति दी है.
साथ ही उसने इसके लिए केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ)से मंजूरी मांगी है. भारतीय बहुराष्ट्रीय औषधि कंपनी सिप्ला ने अमरिकी फार्मा कंपनी की ओर से इन टीकों के आयात और विपणन की अनुमति मांगी है. कोवैक्स कोविड-19 के टीके के न्यायसंगत वितरण के लिए एक वैश्विक पहल है. सीडीएससीओ भारत में महामारी की स्थिति को देखते हुए जनहित में देश में आपात उपयोग के लिए सिप्ला को कोविड-19 के मॉडर्ना के टीके के आयात की अनुमति देने के पक्ष में था.
इसे भी पढ़ें : बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने ममता सरकार पर हल्ला बोला, कहा, कश्मीर में भी नहीं हुई ऐसी हिंसा, राज्यपाल को अपमानित किया जा रहा है
सिप्ला ने सोमवार को आवेदन देकर टीके के आयात की अनुमति मांगी थी
सिप्ला ने सोमवार को एक आवेदन देकर इस टीके के आयात की अनुमति मांगी थी. उसने 15 अप्रैल और एक जून के डीसीजीआई नोटिस का हवाला दिया था. नोटिस में कहा गया था कि यदि टीके को आपात उपयोग अधिकार (ईयूए) के लिए अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएसएफडीए) की ओर से अनुमति दी जाती है, तो टीके को बिना ‘ब्रिजिंग ट्रायल’ के मार्केटिंग का अधिकार दिया जा सकता है. इसके अलावा हर खेप को केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (सीडीएल), कसैली से जांच कराने की जरूरत की छूट मिल सकती है.
अमेरिका ने कोविड-19 महामारी से निपटने में भारत की मदद करने और भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों के लिए देश की तैयारियों को बेहतर बनाने के लिए 4.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त सहायता देने की घोषणा की है. इसका मतलब यह कि कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए अमेरिकी द्वारा दी गयी कुल सहायता 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक हो जायेगी