Ranchi: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य सरकार निकम्मी है. एक तरफ सरकार पैसे के अभाव का रोना रोती है, केंद्र सरकार पर राज्य के साथ भेदभाव का आरोप लगाती है. वहीं दूसरी तरफ राज्य के विभिन्न जिलों में हजारों करोड़ रुपये खनन फंड के पड़े हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खनिज उत्खनन वाले जिलों के लिए खनन फंड का विशेष प्रावधान किया है, जिसका सीधा लाभ उस जिले में रहने वाले निवासियों को मिलेगा. संबंधित जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी, सिंचाई,रोजगार सृजन पर खर्च का प्रावधान किया गया है, लेकिन यह राशि हेमंत सरकार खर्च नहीं कर पाई.
राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति
दीपक प्रकाश ने कहा कि यह राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि एक तरफ राज्य के खजाने में डीएमएफ के लगभग 4000 करोड़ रुपये पड़े हैं. दूसरी ओर राज्य में बेरोजगार हताश और निराश हैं. किसान अपने फसल के दाम के भुगतान के लिए तरस रहे हैं. गांव में ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा रहे. सड़कों की स्थिति जर्जर है. अस्पतालों में दवाइयां नहीं मिल रही. एम्बुलेंस के अभाव में मरीज तड़प रहे. गरीबों के आवास नहीं बन रहे. युवाओं को रोजगार के लिये दर-दर भटकना पड़ रहा. उन्हें बेरोजगारी भत्ता भी नसीब नहीं.
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सिर्फ अपना और अपनों का विकास चाहती है सरकार
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कोविड 19 से निबटने के लिये भी केंद्र सरकार ने राज्य को जिला खनन फंड से सुविधा उपलब्ध कराने का प्रावधान किया है, लेकिन कोरोना संकट में भी यह सरकार गरीबों, जरूरतमंदों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं करा सकी. जान बचाने के लिए लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में ऊंचे दर पर इलाज कराने को मजबूर होना पड़ा. यह सब राज्य सरकार के निकम्मेपन का परिणाम है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार को विकास कार्यों से कुछ भी लेना-देना नहीं है. यह सरकार केवल अपने परिवार का और गठबंधन के नेताओं का विकास चाहती है. राज्य सरकार के मंत्री विधायक केवल अपनी स्वार्थपूर्ति के लिए दिन-रात बेचैन हैं.
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