Chaibasa : पश्चिम सिंहभूम में गुदड़ी व रनिया सीमा पर हुई मुठभेड़ में पीएलएफआइ के उग्रवादी भारी संख्या में मौजूद थे. पीएलएफआई के सब कमांडर शनिचर सुरीन पर कुल आठ गोली दागी गयी. जिसके बाद मौके पर ही उसकी मौत हो गयी.
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चाईबासा के एसपी अजय लिंडा ने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि पीएलएफआई उग्रवादियों का सुप्रीमो दिनेश गोप व जोनल कमांडर शनिचर सुरीन के दस्ते के साथ गुदड़ी थाना क्षेत्र में घुम रहा है. सूचना के आधार पर पश्चिमी सिंहभूम जिला पुलिस व खूंटी की पुलिस उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चला रही थी. इसी क्रम में शुक्रवार रात को पुलिस पार्टी जैसे ही बड़ाकेसल के पहाड़ी व घने जंगल में पहुंची. उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस की ओर से भी कई राउंड गोलियां चलाई गयीं.
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देर रात को चली इस मुठभेड़ के बाद पुलिस को भारी पड़ता देख सभी उग्रवादी भाग खड़े हुए. इसके बाद पुलिस ने सर्च अभियान चलाया. सर्च अभियान के क्रम में मौके से शनिचर सुरीन का शव बरामद किया गया. उसकी मौत गोली लगने से हुई थी. पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने बताया कि गुदड़ी व रनिया के तरफ से पुलिस बल अभियान चला रही थी. इसी बीच गुदड़ी थाना क्षेत्र के बड़ाकेसेल उग्रवादियों से मुठभेड़ हुई है. उन्होंने बताया कि मौके से पिस्टल, पिटठू सहित उग्रवादियों के कई सामान भी बरामद किये गये हैं.
विभिन्न थाना में कुल 79 मामले दर्ज
शनिचर सुरीन राज्य के तीन जिले खूंटी, पश्चिम सिंहभूम व सरायकेला खरसावां में अच्छा वार्चस्व बना कर रखा था. उसके खिलाफ हत्या, डकैती, लूट, आगजनी, रंगदारी व पुलिस पार्टी पर हमला करने सहित खिलाफ कुल 79 मामले दर्ज हैं. सबसे ज्यादा पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न थानों में 42 से ज्यादा मामले दर्ज हैं, जबकि खूंटी जिले में सबसे अधिक है. जबकि चाईबासा के गुदड़ी, टेबो, गोइलकेरा थाना में भी मामला दर्ज है.