Ranchi : स्टेन स्वामी की बेल के लिए कई समर्थक सामने आए हैं. 2500 से अधिक संख्या में देश और दुनिया के कोने-कोने से लोगों ने 84 वर्षीय स्टेन स्वामी की बेल खारिज होने के विरोध में और उनकी तत्काल बेल के लिए अपील की है. साथ ही एक संलग्न वक्तव्य भी जारी किया है. उन्होंने यह भी अपील की है कि UAPA को रद्द किया जाए और न्याय व लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित व्यवस्था की पुनः स्थापना हो, जिसमें बेल मिलना असामान्य बात न हो.
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स्टेन स्वामी की बेल के लिए अपील में क्या कहा गया है
अपील में कहा गया है कि 22 मार्च 2021 को विशेष सीबीआई अदालत द्वारा भीमा कोरेगांव मामले में स्टैंड स्वामी का बेल आवेदन को खारिज करने के निर्णय से हैरत हो रही है. उन्हें 8 अक्टूबर 2020 को गिरफ्तार किया गया था. उस समय से वह जेल में हैं. 84 वर्षीय स्टैंड स्वामी पार्किन्सन नस रोग के मरीज हैं. उनके दोनों हाथों में बहुत अधिक कंपन होता है. उन्हें तरल पदार्थ पीने में, नहाने और कपड़े धोने में कठिनाई होती है. उन्हें अन्य स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं भी हैं. उनकी गिरफ्तारी से पहले वह अपना अधिकांश समय बगाईचा रांची में गुजारते थे.
हालांकि 2018 से पहले महाराष्ट्र पुलिस और बाद में एनआईए द्वारा उन्हें लगातार कोरेगांव मामले में परेशान किया जा रहा था, लेकिन वह बगाईचा में ही रहे और उन्हें जांच में पूरी सहयोग किया. अपीलकर्ताओं ने जारी अपने पत्र में आगे कहा है कि एक ऐसे व्यक्ति जो बुजुर्ग है, रोग ग्रसित हैं, ज्यादा चलने-फिरने में सक्षम नहीं हैं. साथ ही जिसका दूसरे के विरुद्ध हिंसा का कोई इतिहास नहीं है. उनकी बेल खारिज होना सोच से परे है.
यूएपीए कानून को रद्द करने का मांग
अपीलकर्ताओं ने आगे कहा कि स्टैंड स्वामी उन हजारों विचाराधीन कैदियों के प्रतीक हैं, जो सालों से यूएपीए के फर्जी आरोप पर जेल में बंद हैं. वंचितों के अधिकार के लिए संघर्ष करने वाले अथवा सरकार के नीतियां विरोध करने पर अक्सर यूएपीए का इस्तेमाल किया जाता रहा है. देशभर के 2500 से अधिक लोगो ने स्टेन स्वामी को तत्काल बेल देने और यूएपीए कानून को रद्द करने का मांग की है. साथ ही कहा है कि न्याय और लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित व्यवस्था को पुनः स्थापित हो, जिसमें बेल मिलना असमान्य बात न हो.
अपील करने वालों में झारखंड से जुड़े प्रमुख लोग
वक्तव्य निर्गत करने वालों में एडमिरल लक्ष्मीनारायण रामदास, आलोका कुजूर, अल्पा शाह, आनंद पटवर्धन, अनुराधा तलवार, अपूर्वानंद, अरुणा रॉय, आशीष कोठारी, बेला भाटिया, भारत भूषण चौधरी, सेड्रिक प्रकाश, दयामनी बरला, एलीना होरो, फराह नकवी, जयति घोष, ज्यां द्रेज़, जॉन दयाल, कविता श्रीवास्तव, ललिता रामदास, नंदिता दास, निखिल डे, रीतिका खेरा, श्रीधर वी, सुशांतो मुखर्जी, वासवी किड़ो, वर्जिनियस खाखा, वजाहत हबीबुल्लाह, योगेन्द्र यादव आदि शामिल हैं.
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