Patna: मॉनसून की भारी बारिश की वजह से उत्तर बिहार में कई नदियां उफान पर हैं. कई जिलों में गंडक, बूढ़ी गंडक, कोसी और बागमती खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार गंडक नदी गोपालगंज में कोसी बराह क्षेत्र, वीरपुर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बागमती ढ़ेग ब्रिज में खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. हालांकि इसके जलस्तर में कमी आने का अनुमान है. बागमती सीतामढ़ी के रून्नी सैदपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसके जलस्तर में भी कमी की संभावना है. बागमती दरभंगा के बेनीबाद में खतरे के निशान से 92 सेंटीमीटर ऊपर थी. इसके जलस्तर में और वृद्धि होने का अनुमान है. अघवारा नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से ऊपर है. कमला-बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 43 सेंटीमीटर ऊपर था. यहां अभी जलस्तर में 62 सेंटीमीटर की और वृद्धि होने का अनुमान है.
इसे भी पढ़ें-ट्विटर पर पांचवां केस, हिंदू देवी के अपमान को लेकर ट्विटर MD के खिलाफ साइबर सेल में शिकायत
नदियों के जलस्तर में वृद्धि
लगातार हो रही बारिश से दरभंगा से गुजरने वाली सभी नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है. घनश्यामपुर प्रखंड के डूब क्षेत्र में बसे 10 गांवों में कमला-बलान का पानी प्रवेश करने से स्थिति बदतर हो गई है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बेनीबाद (गायघाट) में बागमती नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटों में 07 सेमी बढ़कर खतरे के निशान से 92 सेमी ऊपर चला गया है. इधर, अधवारा नदी का पानी हनुमाननगर प्रखंड के चौर में लगातार फैल रहा है. कमला बलान नदी जयनगर में पिछले 24 घंटो में 08 सेमी बढ़कर खतरे के निशान से 1.05 मी ऊपर 68.80 मी. पर बह रही लगी है.
इसे भी पढ़ें-सड़कों से जुड़ी 215 योजनाएं स्वीकृत, गया, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज सहित कई जिलों को होगा फायदा
आपदा प्रबंधन विभाग सतर्क
हालांकि गंगा नदी का जलस्तर बक्सर, पटना और मुंगेर से लेकर भागलपुर व कहलगांव तक नियंत्रण में है. इसी तरह सोन का जलस्तर भी ज्यादातर स्थानों पर या तो स्थिर है या फिर घट रहा है. वहीं जल संसाधन और आपदा प्रबंधन विभाग के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की नजर बाढ़ प्रभावित सभी संवेदनशील और अति संवेदनशील स्थलों पर बनी हुई है.
इसे भी पढ़ें-बिहार: दिल्ली से लौटते ही नीतीश को इस्तीफा सौंप देंगे मंत्री मदन सहनी…कही ये बात
बाढ़ से परिचालन प्रभावित
समस्तीपुर मंडल के कपरपुरा-नरकटियागंज रेल खंड के अंतर्गत सुगौली-मझौलिया स्टेशनों के मध्य पुल संख्या 248 (किलोमीटर 195/5-6) पर बाढ़ के पानी के बढ़ते हुए लेवल को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने दिनांक 4 जुलाई से रेल यातायात अगले आदेश तक बंद करने का निर्णय लिया है. मुजफ्फरपुर से मोतिहारी होकर दिल्ली जाने वाली सप्तक्रांति ट्रेन समेत कई ट्रेनों का मार्ग बदला गया है. वहीं दूसरी ओर समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर, बिथान और हसनपुर प्रखंड में बागमती व करेह का पानी निचले इलाकों में प्रवेश करने लगा है. फिलहाल निचले इलाके के खेत में ही पानी पसर रहा है. हालांकि बिथान में कुछ जगह सड़क संपर्क भी प्रभावित हुआ है. इधर, बूढ़ी गंडक व गंगा में धीमी गति से जलस्तर बढ़ रहा है. दोनों नदी अभी खतरे के निशान से नीचे हैं.
इसे भी पढ़ें-असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा आबादी नियंत्रण को लेकर 150 मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मिलेंगे