Ranchi: पिछले लंबे समय से राजधानी रांची के मुक्ति संस्था के द्वारा लावारिश शवों का अंतिम संस्कार कर रही है. अब तक संस्था के द्वारा 1252 लावारिश शवों का अंतिम संस्कार किया गया है. रविवार को संस्था के द्वारा रिम्स के शीत गृह में रखे गए 31 लावारिस शवों का विधि विधान से अंतिम संस्कार कर मोक्ष दिया गया.
जुमार नदी के तट पर किया गया अंतिम संस्कार
जुमार नदी के तट पर सामूहिक चिता सजाई गई थी. रिम्स के शीत गृह से सभी शव को पैक कर जुमार नदी लाया गया. वहां पर सामूहिक चिता सजाई गई. नगर निगम के द्वारा लकड़ी प्रदान की गई. मुक्ति संस्था के सदस्यों ने लकड़ी सजाने का काम किया और सामूहिक अंतिम संस्कार के लिए मुखाग्नि दी.
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लावारिश शवों का अंतिम संस्कार कर मिलता है सुकून
मुक्ति संस्था के प्रवीण लोहिया ने कहा कि लावारिश शवों का अंतिम संस्कार मन को सुकून मिलता है. उन्होंने बताया कि यह पुनीत कार्य हमारे संस्था के द्वारा लंबे समय से चल रहा है. एक वक्त हम लोगों को यह सूचना मिली कि रिम्स में कई लावारिश शव हैं, जिसका अपना कोई नहीं है. मोक्ष प्राप्ति के लिए लंबे समय तक शव शीत गृह में रखा हुआ है. इसके बाद अपने साथियों से बातचीत कर मुक्ति संस्था ने अब तक 1252 लावारिश शवों का सामूहिक अंतिम संस्कार कर चुकी है. यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा.
सामूहिक अंतिम संस्कार में ये भी रहे मौजूद
प्रवीण लोहिया, सौरभ बथवाल, विकास विजयवर्गीय, संदीप पपनेजा, रवि अग्रवाल, हरीश नागपाल, संजय गुप्ता, अमित अग्रवाल, मनोज पाठक और रोहित पोद्दार का योगदान रहा.