Dhanbad: राष्ट्रीय तीरंदाज चैंपियन ममता टुडू को अब झालमुरी और पकौड़ा नहीं बेचना पड़ेगा. गरीबी के दौर से गुजर रही ममता की मदद के लिए सेल बोकारो ने हाथ बढ़ाया है. सेल ने ममता को डे-बोर्डिंग आर्चरी सेंटर में कोच की नौकरी दी है.
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सेल में नौकरी
भारतीय जनतंत्र मोर्चा के नेता व समाजसेवी रमेश पांडेय शुक्रवार को ममता टुडू को बधाई देने उसके घर पहुंचे. बुके देकर ममता को बधाई एवं शुभकामनाएं दी. ममता ने कहा कि अब वह बोकारो में डे-बोर्डिंग आर्चरी सेंटर में बतौर कोच योगदान देगी. ममता ने इसके लिए सेल कंपनी के साथ-साथ राष्ट्रीय खिलाड़ी करण कर्मकार और कोच मो शमशाद का आभार जताया.
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गोल्डन गर्ल नाम से जानी जाती हैं
बता दें कि धनबाद की ममता एक राष्ट्रीयस्तर की तीरंदाज है. वह विजयवाड़ा में हुई अंडर 13 तीरंदाजी में नेशनल चैंपियन का अवार्ड जीती थी. तब से लोग उसे गोल्डन गर्ल के नाम से जानने लगे. 2010 और 2014 में ममता ने जूनियर और सब जूनियर कैटगरी में गोल्ड मेडल जीता था.
गरीबी के कारण वह खेल आगे जारी नहीं रख सकी. ममता पकौड़े बेचकर अपनी आजीविका चला रही थी. मॉडर्न आर्चरी नहीं मिलने से ममता ने कई बड़ी प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं लिया था.
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परिवार में खुशी
इस दौरान नेता एवं समाजसेवी रमेश पांडेय ने मदद का हाथ बढ़ाया. ममता को हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया. बीते रविवार को रमेश ने ममता को 11 हजार रुपये का सहयोग दिया था. सेल बोकारो द्वारा ममता को आर्चरी सेंटर में कोच नौकरी मिलने से खोयी खुशी वापस लौटी है. उम्मीद है उनके दिन बदलेंगे और वह नया कीर्तिमान स्थापित करेगी.
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