Ranchi : बीते दो सालों में 12 पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश रचने वाला पतिराम मांझी पुलिस की पकड़ से दूर है. पतिराम मांझी एक के बाद एक बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रहा है. बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी माओवादी के सचिव और एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा उर्फ पतिराम मांझी झारखंड पुलिस के अलावा एनआईए के रडार पर भी है.
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झारखंड में माओवादियों का रणनीतिकार है पतिराम
अनल दा उर्फ पतिराम मांझी झारखंड में माओवादियों का रणनीतिकार है. पतिराम मांझी गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है. पिछले दो साल के दौरान पतिराम मांझी ने साजिश रच कर एक के बाद एक तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है. इन नक्सली वारदात में 12 पुलिस के जवान शहीद हो गए. पतिराम मांझी झारखंड पुलिस के अलावा एनआईए के रडार पर भी है. झारखंड पुलिस ने जहां पतिराम मांझी पर एक करोड़ इनाम घोषित कर रखा है, वहीं एनआईए ने पांच लाख का इनाम घोषित किया है. पतिराम मांझी की तलाश में राज्य पुलिस के साथ सीआरपीएफ, जगुआर पुलिस, कोबरा बटालियन जुटी हुई है.
तीन बड़े मामलें में एनआईए को है पतिराम की तलाश
तीन बड़े मामले में एनआईए पतिराम मांझी की तलाश कर रही है. जिनमें 14 जून 2019 को सरायकेला जिले के तीरूलडीह के कुकुरूहाट बाजार में भाकपा माओवादियों ने पेट्रोलिंग टीम पर हमला कर पांच पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र स्थित चंदवा के लुकईया मोड के पास 22 नवंबर 2019 को नक्सली हमले में चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. वहीं चाईबासा के टोकलो थाना क्षेत्र के लांजी गांव स्थित पहाड़ी के क्षेत्र में बीते चार मार्च को आइईडी विस्फोट में झारखंड जगुआर के तीन जवान शहीद हो गए थे. इन तीनों मामले को एनआईए टेकओवर कर जांच कर रही है. तीनों मामले के मुख्य साजिशकर्ता पतिराम मांझी है.
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