Dumka : डेढ़ माह पूर्व दुमका में आत्मसमर्पण करने वाले युवा नक्सली गंगा प्रसाद राय (27 वर्ष) की शुक्रवार की रात रांची रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी. वह एचआइवी पाजिटिव था. सरेंडर के समय उसकी स्थिति ठीक नहीं थी. जेल में नौ दिन रहने के बाद बीमारी की वजह से उसे 13 अगस्त को फूलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तभी से उसका कैदी वार्ड में इलाज चल रहा था. शुक्रवार की सुबह हालत खराब होने पर उसे रांची रिम्स रेफर किया गया था, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
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रांची से शव दुमका लाया जायेगा
दुमका सेन्ट्रल जेल के अधीक्षक सत्येंद्र चौधरी ने बताया कि शुक्रवार को हालत ज्यादा खराब होने पर उसे रांची भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गयी. इलाज के दौरान उसकी कई तरह की जांच कराई गयी थी जिसमें वह एचआईवी पोजिटिव पाया गया था. बताया गया कि रांची से उसके शव को दुमका लाया जाएगा.
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वर्ष 2015-16 में नक्सली संगठन में शामिल हुआ था
पुलिस के मुताबिक दुमका जिले के काठीकुण्ड प्रखण्ड के मंझला सरूआपानी गांव का रहनेवाला गंगा प्रसाद राय वर्ष 2015-16 में माओवादी सहदेव राय उर्फ ताला दा के संपर्क में आकर नक्सली संगठन में शामिल हुआ था. ताला की मौत के बाद वह दो साल पहले ही विजय दा के साथ काम करने लगा था. वह मुख्य रूप से दुमका जिला के शिकारीपाड़ा, सुंदरपहाड़ी, गोपीकांदर और काठीकुंड में सक्रिय था. उसके खिलाफ वर्ष 2016 के जून और जुलाई माह में हथियार बरामदगी को लेकर दो मामले दर्ज किये गये थे.
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पुनर्वास योजना के तहत एक लाख रुपये तत्काल दिये गये थे
बीते 4 अगस्त को एक कार्यक्रम में डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल, एसएसबी के डीआईजी टी दोराजे, दुमका उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला और एसपी अंबर लकड़ा के समक्ष उसने राइफल के साथ आत्मसमर्पण किया था. झारखंड सरकार की पुनर्वास योजना के तहत उसे 1,00,000 रुपये तत्काल दिये गये थे. रायफल के साथ समपर्ण करने के कारण उसे अलग से 15000 रुपये दिये गये थे.