Kolkata : पश्चिम बंगाल में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां कोरोना की वजह से मारे गए एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर दिया गया था और श्राद्ध की तैयारी की जा रही थी. तभी शुक्रवार को वह जिंदा वापस लौट आया. इससे एक तरफ परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई तो दूसरी और लोग अचंभित होकर देखते रह गए.
निजी अस्पताल ने की थी लापरवाही
जानकारी के अनुसार पूरा मामला एक निजी अस्पताल की लापरवाही का है. कोरोना की वजह से जिस व्यक्ति की मौत हुई थी उसके परिवार के बजाय जिसका इलाज चल रहा था उसके परिवार को मरने की सूचना दे दी गई थी. इसलिए पीड़ित पक्ष ने अंतिम संस्कार कर दिया. अब जबकि वह शख्स लौट आया है तो उसके घर खुशी की लहर है, और जिस दूसरे शख्स के मरने की खबर गलती से उसके परिजनों को नहीं दी गई थी उसके परिवार में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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स्वास्थ्य विभाग ने पूरी घटना पर मांगी रिपोर्ट
पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग में इस पूरी घटना की रिपोर्ट तलब की है. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार 13 नवंबर को घटना की शुरुआत हुई. 11 नवंबर को उत्तर 24 परगना के खरदह में रहने वाले शिवनाथ बनर्जी को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद बारासात के एक नर्सिंग होम में भर्ती किया गया था. 13 नवंबर को उनके घर फोन आया कि शिवनाथ की मौत हो गई है. दूसरी ओर विराटी के रहने वाले मोहिनी मोहन गोस्वामी उसी अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव होकर भर्ती थे और 13 नवंबर को वास्तव में मौत मोहिनी मोहन गोस्वामी की हुई थी.
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हालांकि अस्पताल की ओर से उनके घरवालों को इस बारे में कोई सूचना नहीं दी गई थी, कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से मोहिनी मोहन के परिवार को भी मिलने नहीं दिया जा रहा था. उधर शिवनाथ के परिवार ने भी दूर से ही मृतक के शव को देखा था इसलिए पहचान भी नहीं सके थे. अब जबकि शिवनाथ स्वस्थ होकर घर लौटे हैं तब जाकर पूरा मामला उजागर हुआ है. स्वास्थ्य विभाग ने इस घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है और अस्पताल प्रबंधन से रिपोर्ट तलब की गई है.