Ranchi: घोर लापरवाही के बीच रांची स्टेशन पर यात्रियों की कोरोना जांच की जा रही है. यहां सभी आनेवाले यात्रियों की जांच संभव नहीं हो पा रही है. ट्रेन आने पर जांच काउंटरों के पास आने वाली ट्रेन की पूरी भीड़ आपस में धक्कम-धूक्की करते हुए निकलती है. कतार में यात्री एक दूसरे से सटे रहते हैं. सामाजिक दूरी का पालन नहीं हो रहा. इसमें यदि एक भी कोरोना पाजिटिव हुआ तो दर्जनों लोग एक साथ संक्रमित हो सकते हैं.
खासकर चेन्नई, मुंबई, कोलकाता आदि महानगरों से आनेवाले यात्रियों से यह खतरा बढ़ सकता है. आने वाले यात्रियों की दस फीसदी जांच भी अब तक पूरी नहीं हुई है. 90 फीसदी से अधिक यात्री बिना जांच के बाहर निकल रहे हैं. बाहर की ट्रेनें आने के बाद स्टेशन के अंदर छोटे सर्कुलेटिंग एरिया में तकरीबन हजार यात्रियों की जांच के लिए अनावश्यक भीड़ का दबाव बढ़ रहा है.
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जिला प्रशासन ने हर यात्री की जांच की व्यवस्था करने के लिए टीम को बढ़ाने का निर्णय लिया था. तीनों शिफ्ट और 24 घंटे सभी यात्रियों की जांच के दावे किए गए. यहां पांच टीमें लगायी गई हैं. लेकिन दिन के 2.30 बजे यहां सभी जांच काउंटर खाली दिखा. पहला शिफ्ट खत्म होने के करीब एक घंटे तक दूसरा शिफ्ट शुरू नहीं हो सका. काउंटर नंबर तीन, चार और पांच पूरी तरह खाली था. टीम के कुछ कर्मी आ चुके थे, लेकिन अपने प्रभारी का इंतजार करते रहे.
स्टेशन पर जांच कर्मियों ने बताया कि बाहर से आनेवाले कई यात्रियों में स्वयं ही जांच काउंटर पर आते हैं. इसमें कई केस पॉजिटिव भी निकल रहे हैं. अमुमन हर दिन यहां तीन से पांच तक की संख्या में पॉजिटिव केस मिलते हैं. जो कि उन्हें संदेश भेजकर सूचना दे दी जाती है. उनके मोबाइल में यह संदेश भेज दिया जाता है. लेकिन जांच नहीं कराने वाले संक्रमित यात्री अनजानेपन में महामारी को तेजी से बढ़ा सकते हैं.
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