Ranchi: टेरर फंडिग मामले में फरार चल रहा पीएलएफओ सुप्रीमो दिनेश गोप के ऊपर एनआईए ने पांच लाख का इनाम घोषित किया है. एनआईए ने दिनेश गोप को कांड संख्या आरसी-02/2018 में वांटेड घोषित किया है. दिनेश गोप की सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी और वैसे व्यक्ति को एनआइए पांच लाख रुपये का इनाम देगी.
गौरतलब है कि दिनेश गोप पर पहले से ही झारखंड सरकार ने 25 लाख रुपये का इनाम रखा है. एनआईए ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा है कि खूंटी जिले के कर्रा निवासी दिनेश गोप उर्फ कुलदीप यादव, उर्फ बड़कू के बारे में कोई भी व्यक्ति टेलीफोन नंबर 011-24368800, 0651-2443309 या मोबाइल नंबर 9142277696 पर सूचना दे सकते हैं.
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टेरर फंडिग मामले में एनआईए ने किया दिनेश गोप को वांटेड घोषित
टेरर फंडिंग मामले में एनआईए ने दिनेश गोप को वांटेड घोषित किया है. गौरतलब है कि एनआईए अबतक इस मामले 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, इस मामले में अबतक दिनेश गोप की तलाश एनआईए को है दिनेश गोप को एनआईए ने फरार घोषित किया है.
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क्या है पूरा मामला
नोटबंदी के ठीक बाद दिनेश गोप ने लेवी के 25.38 लाख रुपये एसबीआई बेड़ो शाखा में एक पेट्रोल पंप संचालक के जरिए जमा करवाने की कोशिश की थी. तब पेट्रोलपंप संचालक समेत चार लोगों को रांची पुलिस ने 10 नवंबर 2016 को गिरफ्तार किया था. इस मामले में एनआईए ने 19 जनवरी 2018 को केस टेकओवर किया था. एनआईए ने शुरुआत में छापेमारी कर दिनेश गोप के सहयोगी सुमंत कुमार समेत अन्य के ठिकानों से 90 लाख नकदी व निवेश संबंधी कागजात बरामद किए थे.
एनआईए ने जांच के क्रम में दिनेश गोप की पत्नियों हीरा देवी व शकुंतला कुमारी को गिरफ्तार किया था. 2 मार्च 2020 को एनआईए ने दिनेश गोप के खास सहयोगी जयप्रकाश सिंह भुईंया और अमित देशवाल को गिरफ्तार किया था. पीएलएफआई के पैसों के कंपनियों में निवेश के मामले में गुजरात के एक व्यवसायी को भी एनआईए ने गिरफ्तार किया था.
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