Ranchi: माओवादियों से जुड़े टेरर फंडिंग केस में एनआईए ने 25 लाख ईनामी सहित चार लोगों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया है. एनआईए ने आरसी 21/2018 मामले में पूरक आरोप पत्र दायर किया है. जिन लोगों के ऊपर पूरक आरोप पत्र दायर किया गया है उसमे मनोज कुमार यादव, कृष्णा हांसदा, सुनील सोरेन और मनोज कुमार चौधरी शामिल है. ये सभी आरोपी गिरीडीह जिले के रहने वाले है. जिसमे तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुका है जबकि कृष्णा हांसदा अभी फरार है.
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क्या है पूरा मामला
एनआईए ने टेरर फंडिंग के मामले में 9 जुलाई 2018 को आरसी 21/2018 केस दर्ज किया था. इसी मामले में एनआईए ने रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के ठिकानें पर छापेमारी की थी. एनआईए के मुताबिक 22 जनवरी 2018 को डुमरी में पुलिस ने छह लाख रूपये के साथ मनोज कुमार को गिरफ्तार किया था. गिरिडीह के सरिया निवासी मनोज के पास से छह लाख के अतिरिक्त कई कागजात बरामद किए गए थे. पुलिस की शुरूआती जांच में भी यह बात सामने आयी थी कि ठेकेदारों से लेवी के पैसे लेकर मनोज इसे रीजनल कमांडर कृष्णा हांसदा तक पहुंचाता है.
मामले की गंभीरता से देखते हुए एनआईए ने इस केस को टेकओवर कर लिया था. कंपनी की दी गई राशि के साथ पकड़ाया था मनोज जांच में यह बात सामने आयी कि मनोज कुमार जिन छह लाख रूपये के साथ पकड़ा गया था, वह राशि आरके कंस्ट्रक्शन की थी. जांच में यह बात भी आयी कि माओवादी संगठन को करोड़ों की फंडिंग आरके कंस्ट्रक्शन से हुई थी. एनआईए अधिकारियों के मुताबिक, लेवी की राशि से भाकपा माओवादियों ने हथियार व कारतूस खरीदे हैं. जिनका इस्तेमाल सुरक्षाबलों के खिलाफ किया जा रहा है.
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